हाथ ख़ाली हैं तिरे शहर से जाते जाते
जान होती तो मिरी जान लुटाते जाते
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है
उम्र गुज़री है तिरे शहर में आते जाते-
Vishan Dan Barhath
(Vishan Dan Barhath)
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Joined 26 September 2019
6 SEP 2022 AT 12:13
5 APR 2022 AT 18:31
समय तो समय पर
बदलता है पर इंसान तो किसी भी समय बदल
जाते हैं ..!!-
23 MAR 2022 AT 20:45
अधूरी रह गई शिद्दत हमारी
हम दिल में तुम्हें बसाकर जमाना भूल गए थे-
11 MAR 2022 AT 17:16
ज़िन्दगी में एक बार मोहब्बत ज़रूर करनी चाहिए, ताकि आपको पता चले कि क्यों नहीं करनी चाहिए !
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23 FEB 2022 AT 22:07
एक दिन शिकायत तुम्हें
वक्त
से नहीं खुद से होगी,
कि जिंदगी सामने थी
और तुम दुनिया में उलझे रहे"-
16 FEB 2022 AT 9:52
इश्क अधूरा रह जाए तो खुद
पर नाज़ करना,
कहते है की सच्ची मोहब्बत
अधूरी रहती है-
10 FEB 2022 AT 4:57
Na kar jid
Apni had me rah a dil
Wo bade log hai
Apni marji se yaad karte hai.-
6 FEB 2022 AT 21:48
कितने आराम से छोड़ दिया
तुमने बात करना,
जैसे सदियों से
तुझपे बोझ थे हम..!!
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6 FEB 2022 AT 21:41
तन्हा सा मुसाफिर हूँ मुझे तन्हा ही तू रहने दे।
कभी साथ चलता था कोई, अब अकेले चलें जा रहे हैं।-