Bate karne koबहुत
लोग हैं mere pas.
Lekin fir bhi इंतजार
Sirf तुम्हारा hi rehta hai.❣️
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Afsaanay ab likhta nahi huu
Mai dunya ko dikhta nahi huu
Mat pucho mai kitna sahi huuu
Kiun ek jagah tikta nahi huuu
Basar karte hain tere dil mai
Asar hai tou shikwa kare kyun?
Zikar hota hai har mehfil mai
Woh chahtay par dikhta nahi hu-
जख्मी शेर हूं काफी जंग आया झेलके,
बड़ा हुआ हूं मैं तो आग से खेलके,
पर तू जलजानी मुझसे दूरियां रखा कर
हर लड़की को पता है मेरे जज्बातों से नी खेलते।-
तू जो बोलती वो करता,
तू एक बोलती मैं 100 करता,
कसम तेरी मैं पागल था,
तेरा प्यार नहीं तेरा नौकर था,
दिल टूटने पे क्या होता है जानेजा ,
टुकड़े 💔हाथ में लेकर मुझे शोक चडा है लिखने का
तेरे बारे में पता चला मुझे बाद में,
क्यूं दिया साला अपना हाथ तेरे हाथ में,
कैसे कैसे सपने सजाए तेरे साथ में,
इस आशिक़ को साला मिला दिया राख में,
इस आशिक़ को साला मिला दिया राख में।-
ओ.. कितना वक्त गवाया तेरे प्यार के लिए,
तैयार नहीं था मैं तेरे वार के लिए,
ओ.. आजा तुझे 💔दिल का हाल सुनावा,
तेरी गलियों मेने फिर नहीं आना,
भूल गया मैं सीने से लगाना
छत पे जाके 🚬 सूटटा जलाना बस
ओ मेरी जान क्यूं समझ नहीं पाती,
रातों को रुलाती नींद नी आती,
मुझे।-
या तो मुझे मार दे, या तो जिंदा गाड़ दे
खत जो लिखे सारे पन्नों को फाड़ दे
ओ... वार किया तूने सीने में, सीने में
मजा आने लगा,
दारू पीने में, पीने में
कुछ नी रखा
ज़िंदगी जीने में, जीने में
वक्त लगा दिया
जख्मों को सीने में, सीने में
Oo.. 100 times told you baby don't go way,
Tu faad de sare khat mere and throw way.-
तेरे लिए ही शायरी गाता जा रहा हु कब से,
कोरे कागजों के पन्ने भरता जा रहा हु कब से,
तू मुझ से मिलने भी नी आई थी इंतज़ार था कब से,
फिर मैने जितनी लड़कियों का दिल है दुखाया माफी मांग रहा सब से ।-
प्रतिदिन अभ्यास करता हूं, काम खास करता हूं
दिलों में घूमते गमों का रियाज़ करता हूं,
मस्तिष्क में उठते जज़्बात को लिखके उनको पन्नों पे आज़ाद करता हूं
आज कल पार्टी और drip भी कुछ यार दोस्त खास कागज़,कलम, दवात के ही साथ करता हूं,
पहले पन्ने घिसता था.....
अब मैं पन्ने राख करता हूं....🔥🔥🔥-
Maine gham dekha, haar dekhi
Bachpan me belto ki maar dekhi
Duniya deti gaali, bas maa hi pyaar degi
Madad ke liye pukaar, khushiyon ke liye guhaar dekhi
Rishton me darar, yaaron se yaar, maar dekhi
Maine bechain apni saans, marne ke liye aaj dekhi
Ek manzil dekhi, phir talaash dekhi
Sapno ke bina zinda laash dekhi— % &-
उन्हे शक है कि हम उनपे मरते है,
हमें शक है कि वो हमपे मरती है,
जिंदगी की ड़ोर युही गुजर जाती है,
न वो कुछ पूछती है न हम कुछ कहते है।-