Vishal Srivastava  
110 Followers · 196 Following

Joined 20 May 2018


Joined 20 May 2018
5 OCT 2022 AT 0:27

मतलब की दुनिया से मिलते मिलते
असली इंसान मर गया मेरा
लगता हैं कुछ अंदर से कुछ अनमोल खो गया मेरा।

-


24 AUG 2022 AT 22:33

जैसा था वैसे रहने की इच्छा थी।

रंग दिखते गए मैं संभलता गया
लोग मिलते रहे मैं बदलता गया ।

-


2 JUL 2022 AT 23:30

साया भी यही कहीं
भटके संग दर बदर
साथी सब अलग हुए
छोड़े न ये पर मगर

-


2 JUL 2022 AT 23:27

अकेले ही फौलाद है
झुंड में कमजोर थे
शराब की तलब लगे
घर की जो फ़िक्र लगे

-


2 JUL 2022 AT 23:24

साजिशें है वक़्त की
आज कमजोर है
पलटें की जो किस्मत
तब हम अमीर हो

-


2 JUL 2022 AT 23:08

नाम जो बेनाम है
उसे एक पहचान दो
दरिंदे इंसान हैं
इन्हें तुम पहचान लो

-


22 MAY 2018 AT 19:36

जांम पे जांम लगते गए

वो और याद आती गई!

-


20 DEC 2021 AT 16:31

मेरे मुंह पर मेरे हो
उनके मुंह पर उनके
न जाने कितने चेहरे हैं तुम्हारे।

-


28 OCT 2021 AT 21:19

मकरूह होकर मशरूफ हो गए
खुद पर इल्ज़ाम लगाया
खुद दलील दी और
बेकसूर हो गए

-


25 JUL 2021 AT 22:14

हाल-ए-दिल जानते हैं सब
तसल्लीयॉ अब काम नहीं आती

-


Fetching Vishal Srivastava Quotes