करें जब पाँव खुद नर्तन, समझ लेना कि होली है
हिलोरें ले रहा हो मन, समझ लेना कि होली है
किसी को याद करते ही अगर बजते सुनाई दें
कहीं घुँघरू कहीं कंगन, समझ लेना कि होली है
कभी खोलो अचानक , आप अपने घर का दरवाजा
खड़े देहरी पे हों साजन, समझ लेना कि होली है
तरसती जिसके हों दीदार तक को आपकी आंखें
उसे छूने का आये क्षण, समझ लेना कि होली है
हमारी ज़िन्दगी यूँ तो है इक काँटों भरा जंगल
अगर लगने लगे मधुबन, समझ लेना कि होली है
बुलाये जब तुझे वो गीत गा कर ताल पर ढफ की
जिसे माना किये दुश्मन, समझ लेना कि होली है
अगर महसूस हो तुमको, कभी जब सांस लो 'नीरज'
हवाओं में घुला चन्दन, समझ लेना कि होली है- नीरज गोस्वामी
Happy holi-
Engineering is still somewhat left in me
Though a banker by pro... read more
हमारे बाद ज़माने का क्या होगा।
तेरे जाने के बाद इस बहाने का होगा।।-
"In this new year don't just be old you.
Try to be one more new you."-
धोखे से धोखा देना।
ये भी तो एक धोखा है।।
मैने पूंछा क्या तुम मेरे हो।
वो बोले हट पगले तुझको धोखा है।।
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जो बचता तो बचाया जाता।
कुछ और भी दांव पर लगाया जाता।
तू थोड़ी देर तो और रुकता।
कायदे से सब कुछ लुटाया जाता।-
मैने कितनी दुनिया देखी।
एक एक कर सब कड़ियां देखी।
देखे मैने सावन के मौसम।
ओर फिर गम की घड़ियां देखी।
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Karenge kuch na kuch karte rahenge.
Jab tak hai jinda hum halat se ladte rahenge..
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इस देश की अब ये हालात है।
घर पर ही अस्पताल बनाना है,
और घर पर ही शमशान।।-
जितना हो पाएगा उससे ज्यादा करेंगे।
देखना हम तेरे लिए सबसे बेहतर करेंगे।
न बन पाए अगर ताजमहल तेरी मोहब्बत में।
फिर किसी पहाड़ के हम टुकड़े टुकड़े करेंगे।।
तुझे जल्दी सोने की आदत तो नही है।
हम देर रात तक तेरे ख़यालो में ख़ल्वत करेंगे।।
तू अपनी ख्वाइशों का दायरा और बढ़ा।
बड़े शौक से हम तेरा हर शौक पूरा करेंगे।।
तू गुरुर है किसी का,बड़ा नायाब है किसी के लिए।
तुझे हम अपने सदको से और अशरफ़ करेंगे।
हर वादे को निभाने का दावा तो नही करते।
मगर दावा है 'खुदगर्ज़',हर गलती पर नया वादा करेंगे।।-