Vishal Kazania   (vishu)
6 Followers · 11 Following

Joined 17 February 2021


Joined 17 February 2021
20 MAY 2022 AT 8:22

उसके साथ उमर भर के ख्वाब सीए बैठा हूं
एक जख्म है सीने में, बचपन से लिए बैठा हूं

-


24 JAN 2022 AT 14:19

दफनाकर तेरी यादों को अब घर को चले हैं जो तेरे इश्क की तलाश में बेघर हुए थे
हम .......

-


22 JAN 2022 AT 18:09

हमारा उस से सवाल था दोस्ती बड़ी चीज है या मोहब्बत

उसने जवाब दिया दोस्ती क्युकी इसमें इजहार करने की जरुरत नही पड़ती

फिर... क्या था
जनाब दिल की बात दिल में ही रहा गई

-


22 JAN 2022 AT 17:54

मंदिर मज्जित जाने पे जाति पूछी जाती है
और वो रात बिना सवाल के बीत जाती है
जो शराब के नशे में बदनाम गलियों में बिताई जाति है

-


6 DEC 2021 AT 12:33

क्या हुआ जो,
वो गुल नहीं गुलिस्ता में फूल हजार हैं
तू न-चाहे तो न-चाह,
हम को चाहने वाले तमाम हैं

-


8 NOV 2021 AT 12:29

*:मेरे ख्वाबों की छलांग का अंदाजा न लगा ए:* *:गालिब:*
";हमने तो एक नींद में पूरी जिंदगी जी लि है;"
";उन के साथ;"

-


24 OCT 2021 AT 15:26

मिलने को तो मिलगाय है जहान तमाम

पर तेरे आगोश सा सुकून किसी और की बाहों में नही मिलता

-


5 MAY 2021 AT 12:49

तुमसे रोज बात होती है रोज तुमसे मुलाकात होती है।
ख्वाबों में ही सही पर तबीयत बहुत खुश मिजाज़ होती है।।

-


4 MAY 2021 AT 13:52

मुझे पसंद है उसका मेरे ओरे में रहना,यह और बात है उसकी पसंद कोई और है

-


28 APR 2021 AT 14:18

"जिन्दगी तू क्यों खफा हो गई"
"तेरी साजिशो में जैसे सारी खुशियां तबहा हो गई"
"माफ कर दे हमको थक चुके है हम"
"तेरे सितमो की तो इंतहा हो गई"

-


Fetching Vishal Kazania Quotes