Vishal Dubey   (@Mythought7899)
1.0k Followers · 1.1k Following

my Instagram page
my thought 7899 please support
Joined 14 August 2020


my Instagram page
my thought 7899 please support
Joined 14 August 2020
4 OCT 2022 AT 6:39

मेरी माँ की मैं क्या ही बात करूँ
मेरी भूलों को अक्सर हँस कर माफ़ कर दिया करती है
लेकिन जब दुखाता हूँ दिल किसी मैं
समझाने को सही राह मुझे दुःख दिया करती हैं खुद को
मैं क्या करूँ उनका मुझे इतना प्यार जो करती है वो
कैसे बताऊँ उनकी रहमतों के बारे में तुम्हें
उनकी रहमतों से मेरी जिंदगी में खुशियों की बहार है
मैं चाहें कितनी भी बार मैला हो जाऊँ
वो हर पल हँस कर मुझे साफ कर दिया करती हैं ।।

-


3 AUG 2022 AT 7:08

दामन फैलाये खड़ा हूँ उस दर पर 💖😘
जहाँ अल्फ़ाज़ याद नहीं रहते 😘😘
माँगू तो क्या माँगू उस दर से 😘😘
तेरे सिवा कुछ और याद नहीं रहता 💖😘😘

-


14 JUL 2022 AT 19:26

* तेरी रहमत पर जो अगर लिखने लग जाऊँ माँ
*तो लग जाये साल हजारों माँ
*मेरी कलम तो पहले ही छोटी है "माँ"*
और एक तेरी महिमा हैं माँ जिसका कोई ओर नहीं
तुम ममता का सागर माँ तुम से है जीवन मेरा माँ

-


15 JUN 2022 AT 10:35

*मुस्कुराहट उनकी ऐसी हैं
जैसे जन्नत का कोई नजारा हो !!
माटी भी चंदन बन जाती हैं उनकी
जिनके सिर पर हाथ माँ के सहारे का हो !!

-


26 MAY 2022 AT 16:40

अब क्या ही लिखूँ में उसके लिये
जिसके ख्याल से मेरा दिन बन जाता है
जब जब आँखे तलाश करती है उसे
ढूंढता फिरू फिर जगह जगह उसे
अब दिल की अपने अब क्या ही कहूँ
जो खोया उसी मे रहता है
दिल में वो ही रहती है मेरे
यहां जोर उसी का चलता है
जब जब लिखता हूँ उसके लिए
अल्फ़ाज अधूरे पड़ते हैं
अब क्या ही कहूं मैं उसके लिए
जिसके ख्याल से मेरा दिन बन जाता है

-


1 JAN 2022 AT 18:57

जिंदगी में कोई तुमसा प्यारा नही मिला,
जिंदगी में कोई ऐसा न्यारा नही मिला,
जो सम्भाल कर रखें दिल मे हमें अपने ,
इतना कोई तुमसा प्यारा नही मिला ।।

-


23 OCT 2021 AT 19:07

*किसी की सूरत बदली
किसी की नियत बदली,*
*जब से पकड़ा तूने हाथ मेरा माँ 😊*
* मेरी तो किस्मत ही बदल गई😍*

-


12 OCT 2021 AT 18:38

*क्या लिखूँ आज....अल्फ़ाज़ सारे शून्य है....*

*नाम जपना माँ का....इसी में सारे पुण्य है....❣*

-


5 OCT 2021 AT 10:21

वो मेरे आस-पास रहती है,
दिल, सांस और ख्वाबों से होकर वो गुजरती है,
चाहकर भी मैं कभी थाम नहीं पाया उसकी बाहें,
वो मेरा अधूरा इश्क़ है,
सुना है इश्क में ऐसे ही अन्दर ही अन्दर आग सुलगती है,
दिल की बातें कितना छुपाओगी,
अब तो कह दो, अगर इन बैचेन निगाहों में इश्क है,
तो गले लगा लो।

-


28 SEP 2021 AT 18:18

घर की ये जान होती हैं,
माँ पापा का अभिमान होती हैं बेटियाँ
ये बेटियाँ सर्दियों की मीठी सी धूप सी प्यारी होती है
उसकी एक मुस्कान पे खिल उठता है आँगन सारा ,
उसकी खिलखिलाहट से महक उठता है आँगन सारा।।
भाग्य अगर बेटा है, तो सबका सौभाग्य हैं बेटियां
फूल कितने भी हो भले आँगन में,
पर घर को महकाती है बेटियां।।

-


Fetching Vishal Dubey Quotes