किसी को वसिहत मे दौलत मिलती है,
तो किसी को शोहरत मिलती है l
हम तो अमीर है दोस्तो से,
हमे हमेशा मोहब्बत मिलती है l
मुझे तो शौक नही रहा कुछ संभाल कर रखू,
सोचा जो मिला मुझे जरा बाट कर देखू l
कितनी बार बाट दि मैने मेरे हिस्से की वसिहत,
पर हर बार मुझे वो पेहले से बढकर मिलती है l
सब रेह जाना है यहा एक दिन,
लोग तेरा नाम भी भूल जायेंगे l
तु बस प्यार बाट मेरे दोस्त,
जिसके किस्से सब हमेशा सुनायेंगे l-
Wish me on 7 APR💫
Simple Man🕴...
A Chemical Engineer... read more
हाँ तुम पसंद हो मेरी,
और हमेशा राहोगी l
पर कभी तुम मेरी,
ख्वाईश ना बन पाओगी l
मुझे अच्छा लगता है अंदाज तुम्हारा,
वो शृंगार और साज तुम्हारा l
मुझे नही पसंद कोई छूये तुम्हे,
पर मै भी नही थामुंगा हाथ तुम्हारा l
तुम्हे कभी दूर तो नही करुंगा खुद से,
ना मेरे कभी करीब आने दूंगा l
जितना सहा है तुम्हारी बेईमानी को,
उस हर दर्द का हिसाब लुंगा l
मै नही था इतना पत्थर दिल कभी,
तुने रुला कर तोड कर पत्थर बना दिया l
तुमसे कभी जताउंगा नही पर दुनिया को जरूर बताऊंगा,
मेरे दिल से जो खेले हो तुम तुम्हे मोहब्बत कि सजा दूंगा l-
जिसकी डाट मे भी प्यार हो वो माँ होती है,
पर जो प्यार भी डाट के जताये वो बाप होता है l
जो हमारे दुःख देख रो पडे वो माँ होती है,
और जो खुद आसू पोछने के काबील बनाये वो बाप होता है l
जो जखम को मरहम करे वो माँ होती है,
पर जो खुद जखम सेह जाये वो बाप होता है l
हमारी सफलता को सीने से लगाने वाली माँ होती है,
पर खुद सीना तान के सीर उंचा कर चल पडे वो बाप होता है l
खुश नसीब है वो जिनके साथ माँ-बाप होते है,
जो बाटते ख़ुशी बच्चों को है पर दुःख मे अकेले रोते है l
गले लगा लो आज जो साथ है वो,
उनके जाने के बाद बस अरमान अधुरे रेह जाते है l-
हम मुसाफिर है,
एक दिन चले जायेंगे l
तेरे शहर - गली को,
हम सूना कर जायेंगे l
फिलहाल है मौजूद हम,
शहर मे हमसे मील लेना l
जो गुजरे आपकी गलियो से,
खिडकी से चूपके देख लेना l
दिल्लगी तो है आपसे,
पर दिल शहर मे लग ना रहा l
हम तो कर रहे इंतजार आपका,
पर वक्त इंतजार कर ना रहा l
छुट जायेंगे ये पल,
बन जायेंगे कुछ ख्वाब सोच लो l
कल पछताके रोना होगा,
आज साथ मिलकर हस लो l-
जिंदगी एक जरिया है,
जो हम तुमसे मील सके l
वैसे सुकून तो मुझे
जाने के बाद ही नसीब होगा l
कुछ लोग जिंदगी जिते है,
कुछ काट लेते है जिंदगी l
ख़ुशी तो बस नाम कि है दोस्त,
असली मजा तो दर्द ही देता है l
कामयब लोग तो नजर आते है,
और नजर आती है उनकी मेहनत भी l
पर असली हकदार तो नाकामयाब है,
जिनकी ना मेहनत दिखती है ना बाते छपती है l
मै ये नही केहता सब सही होना गलत है,
या सब मिल जाना गलत है l
पर जो शीद्दत से कोशिश कर खाली हाथ है,
जनाब ये भी तो गलत है l-
अगर मै चूप हू तो मुझे नाराज ना समझ,
कुछ कह दु तीखि बात तो बेबाक ना समझ l
मै चांद हू रोशन सा तुम टीमटीमाती चांदणी,
मुझे रोशनी को डराने वाली काली गेहरी रात ना समझ l
दिल कभी रो देता है मेरा भी
पर मुझे कमजोर ना समझ,
तुमसे जो मोहब्बत कि है
उसे कभी बेकार ना समझ l
तु फूल है बागीचे मे गुलाब का
मै माली हू जो उसे चाहता,
हर एक फूल पर मंडराता मुझे
आवरा भवरा मत समझ l
वैसे तो हम खयालो मे जिते नही
यादो,
जखम पुराणे याद आते नही l
हम तो लिख देते है जसबात हमारे,
बस हमे शायर या गालिब मत समझ l-
आज आहे जिथे मी
उद्या तू असणार तिथे,
आज आहे एकटा मी
उद्या भासनार तुज एकटे l
मी रूप तुझे तू आरसा माझा
मी देह तू सावली माझी,
मीच मनातील एकांत तूझ्या
तू हृदयातील किलबिल माझी l
अंतर दोघांचे अनंत जरी
मी समुद्र तू मेघ जरी,
मीच आहे आरंभ तुझा
तूच सांगता आहे माझी l
मी ताप आहे रवी चा
तू चंद्राची शीतलता,
तू आहे सूंदर निखळ पाणी
मीच मोहक रंग तुझा l-
कधी भासते मला मृगजळ तू
कधी भासते मला तू स्वप्न.
कधी तू असते सोबत माझ्या
असते कधी क्षणात दूर तू.
हा खेळ उन सावल्यांचा
हा खेळ वेड्या मनाचा
का तुला ही ठाऊक प्रेम हे माझे
मी आशिक वेड्या दिलाचा ll धृ ll
रंग अनेक, सुगंध अनेक
आहे अनेक चेहरे.
मला भावला रंग, सुगंध, चेहरा तुझाच एक. ll१ll
तुझा माझा एकच पत्ता कर
एकच गाडी अन एकच घर.
माझ्या मोबाईल मध्ये सेव्ह करू दे
वाईफी म्हणुन तुझा फोन नंबर.ll२ll
मला हवा तुझाच हॅलो आणि हाय
तुझा गूड मॉर्निंग आणि गरम चाय.
मला नको सोना, बाबू, जानू
मला हवंय " अहो ऐकलंत काय? ".ll३ll-
तू रंग मेरे लहू का, तुही रंग मेरी खुशियो का,
तू रंग मेरी यादों का, तुही रंग है उम्मीदो का l
है मेरा नसीब जो गोद मिली भारत माँ मुझको तेरी,
तेरी सेवा का मुझे तिलक लगे बस इतनी है ख्वाहिश मेरी ll
मेरे होने से जब बरसा सावन तेरी ख़ुशी वो आसूं थे,
जब घाव किये दुश्मन ने मुझपे गरजे फिर बादल थे l
जबतक चली साँस मेरी अपना वादा निभाया,
लडकर जो मे थक गया माँ तेरी गोद मे सोया ll
आसूं ना बहाणा मेरे अपनो एक मेरे चले जाने से,
खयाल रखना मेरी माँ का उसे मेरा प्यार देना l
फिर लौट कर आऊंगा मै मुझे आखरी तोफा देना,
माँ तेरे तीन रंग के आचल से मुझे ढक लेना ll-
भलेही मै दोस्त कम रखता हु,
पर दोस्ती मे अपनी दम रखता हु l
दोस्तो पे हक बेबाक रखता हु,
यारी अपनी मै लाजवाब रखता हु ll-