यूं दूर रहकर मेरी रात को बर्बाद मत करो
चांद तारे तोड़ने वाली फालतू बात मत करो
मेरे प्यासे बदन पर काम का तजुर्बा दिखाओ
अब नौसिखिए की तरह शुरूआत मत करो
रफ्तार बढ़ाते रहो खेल के नियम भूल जाओ
मेरी आंखों में देखते रहो, कुछ याद मत करो
नीचे जाओ और सूखी ज़मीं को भीग जाने दो
लबों से भी छुओ झटको की बरसात मत करो
मसलो मुझे जैसे पत्थर के रगड़ने से चिंगारी
अपनी काम इच्छा को बहने दो बर्दास्त मत करो
आज इतवार है और इसका इंतज़ार ही तो था
कि जो करना है करो मुझसे दरखास्त मत करो
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