तुम्हारा मुझसे मिलना कुछ ऐसा होता है जैसे दिसंबर की ठंड रात मे फुटपाथ पर सोए हफ्तों से भूखे इंसान के ऊपर कोई कम्बल तो डाल जाए पर उसे भूख से तड़पता छोड़ जाए..!
मैं कान्हा संग बेहद प्रेम मे हूं दुनिया भर से ये कह पाना। कान्हा के प्रेम में दुनिया भर की शोहरत दौलत को ठुकराना। कान्हा की धुन जपते-जपते हंसते-हंसते जोगन बन जाना। कान्हा के प्रेम की हिम्मत से सारी दुनिया से लड़ जाना। इस युग मे "मीरा" बन पाना थोड़ा मुश्किल है जान-ए-जाना।