Realisation of responsibility....!!!!
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Thinker
Love laughing
Mimicry Artist
Love for Stage
W... read more
खड़ा हूं तेरे सामने ए जिंदगी...
मिटा ले जितनी बार मिटाना है वजूद मेरा,
में भी ढीठ हूं,लिखता ही रहूंगा मन का मेरा।-
इस मोड़ पे आ खड़ी हुई जिंदगी मेरी,
ना चाहूं साथ किसका बस प्यारी तन्हाई मेरी...।-
सोचता हूं कभी मेरी क्या कमी रही हर रिश्ते निभाने में,
किसीने एक किल बाकी ना रखी मेरे दिल पर चुभाने में..।
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अजीब दस्तूर है जिंदगी तेरा भी,
जब ढूंढता रहा साथ किसीका तो पाई तन्हाई,
मिला एक समुंदर रिश्तों का तो चाही तन्हाई...!!!-
जूठ कहते हैं वह लोग की पक्की दोस्ती कभी टुटती नही,
के जूठ कहते ही लोग के पक्की दोस्ती कभी टुटती नहीं,
शादी के बाद पक्की से पक्की इमारतों(दोस्ती) को टूटते देखा है....— % &-
तकलीफ होती है जनाब,
के तकलीफ होती है जनाब
जब आपकी कीमत लगाई जाए
ना लगाओ करोड़ों में हर्ज नहीं
पर रद्दी सा कर दो वह भी सही तो नहीं...!!!— % &-
रिश्तों का वजूद मालूम हुआ जनाब,
की रिश्तों का वजूद मालूम पड़ा आज,
थे साथ में तब सोचा वक्त से मिलेंगे
आज वक्त है पर रिश्ते धुआं हो गए...।-
कुछ यूं अलग हुआ हु आप दोनो से मां पापा
जिस्म धरती पर रह गया पर रूह आपके साथ बसी...।-