प्रेमी और प्रेमिका के लिए विवाह मात्र एक औपचारिकता होती है। जिसे हृदय ने अपना लिया, उसे समाज की स्वीकृति की कोई जरूरत नहीं। समाज की नजरों में प्रेम गंदा है। विवाह इसकी नजरों में महान है। समाज ऐतराज जताता है जब प्रेम विवाह बनने की कोशिश करता है। समाज कहता है कि विवाह का रास्ता प्रेम से होकर नहीं गुजरता।
क्या हुआ, जरा सी तो चोट है ठीक हो जाएगी। तू लड़की है क्या जो इतनी छोटी-छोटी सी बालों पर रोता है
बस यही सुनते-सुनते लड़के बड़े हो जाते है और हो जाती है उनकी ज़िंदगी उस समुंदर की तरह जिसका काम है चुपचाप रहना और मौज में बहना
पर शायद कभी उनका भी तो मन होता होगा ना कि कैसा होता गर वो भी नदी से हो पाते, जो टेढ़े मेढ़े रास्तों से होकर भी आ गिरती है। अपने सागर की गोद में विलीन हो जाने को
(ठीक वैसे ही जैसे एक प्रेमिका सिमट जाती है अपने प्रेमी की बाहों में, और कह डालती है। अपने दिल के सब हाल)
अचानक यूं ही किसी का फोन आता है, कुछ काम होगा उसे हम से, यही जेहन में आता है । लेकिन जब बेवजह कोई बस हाल पूछ लेता है, तो दिल से मुस्कुराने का एक मौका मिल जाता है। तन्हाइयों से घिरे इस उल्झी हुई जिन्दगी में, लोगो को कहा किसी की पडी होती है ? लेकिन जब कोई ऐसे लहजे में सामने आता हैं, तो बस मानी हमारा दिन बन जाता है ।।
कानो में गोल गोल सी बालियां... माथे पर काजल से लगाई हुई छोटी सी बिंदी... हाथो में, कांच की लाल चूड़िया... पाँवों में रूनझुन बजती पायल आंखो में करीने से लगाया हुआ काजल.... और बालो में फबने वाला महकता मोगरेका फूल... दुनियां की सारी चका चौंध से और दिखावट से दूर वो लड़की हमेशा ही मेरा दिल चुरा लेती है।
शरीर गल जाएगा, यौवन ढल जाएगा दाँत बिना मुख भी तेरा, देख बदल जाएगा छड़ी लिए बिना तू , नहीं चल पाएगा फिर भी उम्मीद है तुम्हे, सुनहरा कल आएगा और यही उम्मीद बताती है- तुम जिवित हो...!!
हुआ साथ जो तेरा मेरा दुनिया में मचा खलबली का अँधेरा साथ न छोडूंगा मैं तेरा कभी क्योंकि तू ही तो एक अतीत मेरा सोये ख्बाबों को तुमने जगा दिया है जो पत्थर का था कभी, पिघला दिया है जो सीने में फिर से दिल धड़का दिया है तुमने मेरा हुआ साथ जो तेरा मेरा दुनिया में मचा खलबली का अँधेरा ख्वाइशे सिर्फ तुम हो मेरी ज़िन्दगी तुम ही तो हो मेरी ख़ुशी तुम हो मेरी उदासी तुमसे ही दूर हो मेरी हर दिन हर दिन हर पल हर लम्हा सिर्फ तुम ही हो मेरा हुआ साथ जो तेरा मेरा दुनिया में मचा खलबली का अँधेरा