तू ही सुकून...!!!
तू ही आदत है मेरी...!!!
तुझसे मेरी हर ख़ुशी...!!!
तू ही राहत है मेरी...!!!
जिसे कभी खो न सकूँ...!!!
तू वो चाहत है मेरी...!!!
अब न कोई ख़्वाहिश बची है मेरी...!!!
तू दुआ में मिली सबसे प्यारी...!!!
इबादत है मेरी...!!!-
मौत अच्छी है...!!
मगर दिल का लगाना अच्छा नहीं…!!
😔😔😔😔�... read more
सुनो...!!!
इक उम्र के बाद नही अच्छी लगती महफिले
रास आती हैं सिर्फ तन्हाई...!!!
इक उम्र के बाद नही अच्छा लगता उजाला
अच्छा लगता है सिर्फ घना अंधेरा...!!!
इक उम्र के बाद नहीं रह जाती दुनिया भर की बातें
रास आती है सिर्फ खामोशी...!!!
इक उम्र के बाद नहीं बचता कोई दिखावा
सब कुछ रह जाता है सिर्फ हमारे अंदर...!!!
ये उम्र बताती है कि हम
सच मे बड़े हो ही गये...!!!-
छू जाते हो मुझे...!!!
कितनी दफा तुम यूँ ही...!!!
ख़्वाब बन के...!!!
कौन कहता है कि दूर रह कर...!!!
मुलाक़ात नहीं होती...!!!-
अगर किसी परिस्थिति के लिए आपके पास सही शब्द नहीं है तो सिर्फ मुस्कुरा दीजिये,
शब्द उलझा सकते है पर मुस्कुराहट हमेशा काम कर जाती है
क्योंकि कर्ण ने महाभारत में कहा था कि दोस्त दुर्योद्धन मुझे मृत्यु से डर नहीं लगता
पर भगवान श्रीकृष्ण की निश्चल मुस्कान मेरे सम्पूर्ण अस्तित्व को अंदर से हिला देती हैं।
😊मुस्कुराते रहिये 😊-
उस गली में...!!!
हजार ग़म टूटा...!!!
आना जाना...!!!
मगर नहीं छूटा...!!!
माना कि...!!!
ग़म के बाद...!!!
मिलती है मुस्कराहटें...!!!
लेकिन जियेगा कौन...!!!
तेरी बेरुखी के बाद...!!!-
कभी-कभी...!!!
जवाब ना मिलने पर...!!!
सवाल बदलने पड़ते हैं...!!!
तुम्हारा ख्याल भी...!!!
बहुत अजीब है...!!!
जब भी आता है फिर...!!!
मुझे मेरा ख्याल...!!!
ही नहीं आता...!!!-
चाँद कितनी कोशिशें क्यों न करे...!!!
वो रात को दिन नहीं बना सकता...!!!
पर चांदनी रात की...!!!
एक खासियत होती है...!!!
उसकी रोशनी हमे...!!!
दूर रह रहे हमारे...!!!
किसी अपने के...!!!
पास होने का...!!!
एहसास दे जाती है...!!!-
जिस्मों पर हक़ मिल जाते है...!!!
बेशक रीति रिवाजों से...!!!
रूह जिसकी दीवानी हो...!!!
उसे ही इश्क कहते है...!!!-
आँखे तो बंद की थी हमने...!!!
नींद के इंतज़ार में...!!!
ख़्वाबों को ना जाने कहा से...!!!
उनकी तस्वीर मिल गयी...!!!-
हर शायरी...!!!
किसी ना किसी के लिये...!!!
एक गुमनाम खत है...!!!
जो किसी के...!!!
घर के पते पर नही...!!!
मन की...!!!
दहलीज पर खुलता है...!!!-