कहते हैं इतिहास अपने आप को दोहराता है, अब इसे इतिहास ही कहेंगे, एक तरफ अयोध्या सज रही है और दूसरी तरफ लंका जल रही।
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Believe In Exploring Thoughts 📝📚
उसूलों पे जहाँ आँच आये टकराना ज़रूरी है
जो ज़िन्दा हों तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है
नई उम्रों की ख़ुदमुख़्तारियों को कौन समझाये
कहाँ से बच के चलना है कहाँ जाना ज़रूरी है
थके हारे परिन्दे जब बसेरे के लिये लौटें
सलीक़ामन्द शाख़ों का लचक जाना ज़रूरी है
बहुत बेबाक आँखों में त'अल्लुक़ टिक नहीं पाता
मुहब्बत में कशिश रखने को शर्माना ज़रूरी है
सलीक़ा ही नहीं शायद उसे महसूस करने का
जो कहता है ख़ुदा है तो नज़र आना ज़रूरी है
मेरे होंठों पे अपनी प्यास रख दो और फिर सोचो
कि इसके बाद भी दुनिया में कुछ पाना ज़रूरी है-
Loving someone
who doesn't value
your emotions is like,
hugging a cactus 🌵
the tighter you hold on,
the more it hurts...-
Luck won't favour you all the time.
So I don't believe in luck,
I believe in the truth.-
सूरज ढलने के बाद तो अपनी परछाईं भी साथ छोड़ देती है,
फिर वोह तो गैर थे, जिसे हमने अपना मान लिया।-
हम बेरोजगार क्या हुए! ए ग़ालिब
हम, बेरोजगार क्या हुए! ए ग़ालिब
कमबख़्त मोहब्बत करने वालों ने भी अपने रास्ते बदल लिए!!-
ये गजल, ये नज़्में, ये शायरी तो सब बहाने हैं, दरअसल बात तो ये है कि जज्बात तुम्हें सुनाने हैं...!— % &
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जुबां तो खोल, नज़र तो मिला जवाब तो दे,
मैं कितनी बार लुटा हूँ ज़िन्दगी हिसाब तो दे।
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तेरे वदन की लिखावट में हैं उतार चढ़ाव,
मैं तुझको कैसे पढूंगा, मुझे किताब तो दे।
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तेरा सवाल है साखी कि जिंदगी क्या है,
जवाब देता हूँ पहले मुझे शराब तो दे।।-