Vinod Nishigandha Tarachand Chavan  
3.9k Followers · 10.0k Following

read more
Joined 2 May 2020


read more
Joined 2 May 2020

मुझे मत जलाना लकडी की शैय्या पे रखकर,
मुझे जलाना मेरी ही लिखी किताबों पर !
बहुत कुछ लिखा है पर पढता नही कोई,
और विश्वास नहीं हैं किसी को मेरे ख्वाबों पर !!— % &

-



--------------— % &

-



इस शहर के लोगों में नहीं है इंसानियत,
यह मैने अब जाना है !
वो रातभर कहती रही वहशी दरिंदो से,
मुझे घर जाना है !!
कभी कहा था उस लड़की ने,
पढ लिखकर मुझे अफसर बनना हैं !
बाबा तुम तो सुनो मेरी बात,
मुझे पढ़ने शहर जाना है !!— % &

-



कितनी भी आए मुश्किलें, कुछ करके है दिखाना,
हालात बिगड जाए फिर भी, अब नही है रोना !
ये वर्दी मेरी जाना, तुम सुन रही होना,
इक उम्र बितायी हैं मैने, अब सिर्फ तुम्हें हैं पाना !!— % &

-



छोटा दर्द या बडा दर्द ऐसा कुछ नही होता,
सहने की आदत डालो अरे कुछ नहीं होता !
इतना कुछ तो हैं तेरे पास फिर भी रोता है ,
अरे ऐसे भी लोग हैं जिनके पास कुछ नहीं होता !!— % &

-



परिस्थितीचं "रडगाणं" गाऊन काहीच होत नाही..
परिस्थितीचा "रणगाडा" बनवून आपल्या संकटावर फिरवता आला पाहिजे

-



चेहर्‍यावर मुखवटा चढवून जास्त
वेळ ढोंग करता येत नाही..
काही काळानंतर तो मुखवटा गळून पडतो..
आणि उरतो तो फक्त खरा चेहरा..
#Be real 🙏

-



*Time-Pass*
Time वर Pass व्हायचे असेल तर TimePass करून चालत नाही

-



कोई दाद देगा या कोई मजे लेगा,
फिर भी तुम्हें किरदार निभाना ही होगा !
यह जिंदगी की सर्कस है मियाँ,
तुम्हें करतब तो दिखाना ही होगा !!

-



क्यूँ पढ़े ,या क्यूँ सीखें ?
हम परिभाषा शबाहत की!
पीरियड्स में आज भी मनाही है,
महिलाओं को इबादत की !!

( शबाहत - समानता )

-


Fetching Vinod Nishigandha Tarachand Chavan Quotes