Vinod Kanaujiya   (Vinod Kanaujiya(मेरी कलम)
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कभी याद आये हमारी तो शायरियां पढ़ लेना मेरी,,
तुम्ही कहती थी बहुत खूबसूरत लिखता हूँ मैं।
☺☺
Joined 25 June 2019


कभी याद आये हमारी तो शायरियां पढ़ लेना मेरी,,
तुम्ही कहती थी बहुत खूबसूरत लिखता हूँ मैं।
☺☺
Joined 25 June 2019
11 DEC 2021 AT 20:10

ऐसा ही साथ कई जन्मों तक....
बस हाथो में तुम्हारा हाथ रखे....

एक नही बहुतों ने कहा है....
जोड़ी प्यारी हैं तुम्हारी खुदा सलामत रखे....

मुझे पसंद हैं उससे ज्यादा चेहरा उसका....
और उस चेहरे पे बस वो इक मुस्कुराहट रखे....

लाज़ तुम्हारी ललाट पे लाली ला देती हैं...
मेरी प्रिये! चेहरे पे तू शर्माना रखे...

तू बदलते हुए हर रोज़ गुलो सी लगती हैं...
पर जान मेरी तू रिश्ता(प्यार) मुझसे पुराना रखे...

एक नही बहुतों ने कहा है...
जोड़ी प्यारी हैं तुम्हारी खुदा सलामत रखे...।

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9 DEC 2021 AT 19:11

जो शहीद हुए सरहद पे फौजी घर के वो भी प्यारे हैं...
बस बात वतन की ठहरी वरना आंगन के राज दुलारे हैं...
उस बूढ़ी माँ से पूछो इस मिट्टी पे क्या क्या वारे है...
आंखे जिनमे तस्वीर सजन की रखी थी आज सात समंदर हारे हैं...

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5 DEC 2021 AT 18:35

जैसे सूरज निकला तो डूबना भी तय है...
मोहब्बत दोतरफ़ा फिर भी बिछड़ना तय है...
मिली तो खुशी से मर जाऊंगा...
न मिली तो गम से मर जाऊंगा...
मतलब हालात जैसे भी हो...
बस मेरा मरना तय है।


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3 DEC 2021 AT 7:46

शिद्दत से चाही चीज़े कहाँ पूरी होती हैं,
सच ही हैं सच्ची मोहब्बतें हमेशा अधूरी होती हैं......

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1 DEC 2021 AT 16:08

आज फिर मैं इतना बेचैन क्यू हूं,
आज फिर तेरी इतनी फ़िकर क्यू हैं.....

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2 SEP 2021 AT 18:37

ये जो हल्की हल्की बारिश है जरूर मौसम बरसात का होना चाहिए,
कभी मिले थे हम भी इसी मौसम में ये तो तुम्हे भी याद होना चाहिए।

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22 JUL 2021 AT 9:37

कितना मुश्किल है तेरे बैगेर मेरा किसी सफ़र में जाना,
इससे कहि बेहतर है तेरा होकर मर जाना।

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20 JUN 2021 AT 10:28

इक आख़िरी मुलाकात की ख्वाहिश हैं तुमसे मेरी,

बस यूं समझो कि आखिरी ख्वाहिश हैं मेरी।

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18 JUN 2021 AT 8:31

न आंखे थकती हैं,
न दिल भरता हैं,
सिर्फ खूबसूरत ही नही,
लाज़वाब हो तुम।

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16 JUN 2021 AT 20:12

तेरी फ़िक्र जो तुझसे ज्यादा करे मेरे पास वो दिल है,
मैं डरता था नजर न लग जाये खूबसूरती को तुम्हारे,
ख़ुदा का शुक्र हैं तुम्हारे कांधे पे एक काला तिल हैं।

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