हर बात कहीं गयी
हर बात सुनी गयी
बदला कुछ भी नहीं
ना आदतें
ना चाह्ते
ना शिकवे
ना शिकायतें....
जैसे ...
मर सा गया हूँ
जिंदगी, देख... तुझे जीते जीते-
हर दिल में बसे "काश" में हूँ
.. from Pune....23april..
पढ़ लेना, अग... read more
तेरी हर बात
ख़ुद, से ही करता हूँ
वो भी
तेरी ही कसम देकर ..
बात तुम्हारी हो, तो मैं....
अब, ख़ुद पर भी
भरोसा नहीं करता ..-
यूँ तो छुपाती है...
बहोत कुछ
हर बात....
वो "बताती नहीं"
यूँ ही जाँ ले लेती हैं वो...
और....
उसे लगता हैं....
वो मुझे "सताती नहीं"-
ये रोशनी की बेहती नदियाँ
किसी का ख़्वाब है
किसी की मंजिल
किसी का सागर है
किसी का साहिल....
मेरे लिए तो ....
यहीं सफ़र है... सफीना भी
कुछ अनकही बातें
कुछ धुंधलीसी यादें
यहीं जीना हैं ...
और... यहीं मरना हैं
ये रोशनी सी बेहती नदियाँ.....-
हर ख्वाबों कुचला...
हर ख्वाईश को तबाह किया
माना कि कई गुन्हा किये थे हमने
मग़र...
तुम ने भी तो... जुल्म कम ना किया....-
जब...तुम्हारा होता हूँ ना....
तब....किसी और का, नहीं ह होता हूंँ, मैं...
खौफ़ इस बात का भी है
की तू अपना ना ले मुझे...
और डर इस बात का भी
की, तेरा हुए बग़ैर ना मर जाऊ.....मैं..-
बडे सलीके से रखता हूँ हर बात अपनी
का मतलब ये तो नही की मुझे दर्द नही होता-
तुझे चाहने की कोई एक वजह नहीं हैं...
मेरे पास
बेवजह..... तु मेरी हर सांस में समायी हैं
-
हर शाख गुरूर में रहने लगी
तो सब्र जड़ों का छुटने लगा
हर दीवार गुमाँ करने लगी
तो एक आशियाँ टूटने लगा-
कितने काश हैं जिंदगी में
कितनी प्यास हैं जिंदगी में
अंधेरा हररोज,
तोड़ने आता हैं, हौसला मेरा...
एक तेरी याद,
मुझे समेटे रखती हैं
कितनी आस हैं जिंदगी में...-