ना शहर की खबर
ना ठिकाने की
अजीब ज़िद कर बैठा है दिल
उन्हें पाने की-
I am bhojpuri folk music song singer
I study music in mahatma gandhi kashi vidyapith
ना शहर की खबर
ना ठिकाने की
अजीब ज़िद कर बैठा है दिल
उन्हें पाने की-
उसके दर्द से उबर भी नहीं पाता
उम्मीद में उसके आने की
मर भी नहीं पाता-
हर घड़ी कोशिश मे हूं
भुल जाने की
मगर ओ ज़िद पे अड़ा है
याद आने की-
भीतर से टूट कर बिखर जाते हैं लोग
यूं हीं थोड़ी मुहब्बत में मर जाते हैं लोग-
बहुत कारनामे होते हैं ज़माने में
लोग अपना भूल जाते हैं दूसरों की दिखाने में-
इतना खौफ है
तुम्हें ज़मानें का
तो वादा क्यूं करते हो
वादा निभाने का
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