लफ़्ज़ों के पार कही कोई किस्सा होगा वक़्त की रफ्तार है हर शजर बहरा है कुछ तो दरक रहा है जो खामोशी की चादर ओढ़े है दर्द और खामोशी का रिश्ता बड़ा गहरा है
Oh what a surge Of happiness Some people bring With them !! Unstoppable yet Gentle rains drenching A parched heart And you begin liking And waiting for The outpour more often.....
Books, music and dreams All love soaked and Emitting Love stories, Real life shouting it's lungs out to declare Love a trap. Heart sank, Soul wilted and mind gasped trying to figure out, Gradually one learns to Live like a robot Expecting nothing and feeling Nothing at all. AND THEN LOVE PERSONIFIED, WALKS IN.
मृग तृष्णा— % &एक वादा जो कभी किया भी नही पर निभाने का दिल करे एक रास्ता जो कभी चुना भी नही पर मंज़िल पाने का दिल करे एक रिश्ता जो कभी बना भी नही पर आजमाने का दिल करे क्या नाम दें उस जज़्बे को जो न होकर भी हो और न मानकर भी मनाने का दिल करे
एक बादल जो कभी बरसा ही नही पर भीग जाने का दिल करे एक बसंत जो कभी आया ही नही पर खिल जाने का दिल करे एक झोंका महकता जो बहा ही नही पर आँचल लहराने का दिल करे क्या करे उन लम्हों का जो कभी आये भी नही पर कभी न भुलाने का दिल करे
जीवन की इस चौसर में कितना पाया कितना खोया लगभग उतना सबने पाया जितना किस्मत ने था बोया कौन कितना साथ चला और कौन कहाँ कब था खोया खुद से ज़्यादा कौन है अपना इस मतलब खोर ज़माने में फिर भी किसी बेगाने से अपनेपन की उम्मीद ये दिल करे
When you want to take the risk but your sane self says "beware " "What if" and you still manage to chill and live in the moment that's when you learn living , actually living: certain of uncertainty yet happy to be there