ख्वाहिशों का मारा एक मुसाफिर
रास्तो की पनाह मे घर भूल गया-
Medico
Dr. To be
Philosopher
आँधियों से चलने की चाहत ना रखो जनाब
ख्वाब हौंसले से चलते हैं इक मुसाफिर की तरह
-अनहद-
प्यार को पाने की कोशिश सम्भव है
यार को रुलाने की चाहत सम्भव है
समझना समझाना सम्भव है
रूठना सम्भव है
सम्भव ही "अनहद "है!
-अनहद-