Vineet Singhal  
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Joined 10 November 2018


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Joined 10 November 2018
9 NOV 2019 AT 14:52

73 साल से देश खुश है एकता को चलाकर।
खुशियों से भर दिया रामलला ने भी आकर।

अब कोई कह दे सियासत दारों से ये जाकर ।
वोट ना मांगे अब रामलला को आगे लाकर ।

वोट तो हम सारे आप ही को देंगे,
पहले दिखाओ देश से बेरोजगारी मिटाकर ।

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5 MAY 2019 AT 13:01

कामों को कुछ इस तरीके से किया करो !
की छोटी-छोटी बातों में भी जिंदगी को जिया करो !
और कहां ढूंढने जाओगे अमृत के स्वर्ण कलश,
तुम तो बस तपती धूप में मिट्टी के घड़ों से पानी पीया करो !

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24 MAR 2019 AT 12:41

मुस्कुराते हुए भी सबका हिसाब रखा करो,
दिल को दरिया पर आंखों में आग रखा करो ।
हो सच्चाई तो मिटा दो खुद को,
वरना झूठों से खुद को बे-इत्तेफाक़ करो ।

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18 MAR 2019 AT 15:49

वैसे तो प्यार की हर गली से मैं,
बचकर निकलता हूं !
पर एक तू ही है जिसके आगे,
मैं पिघलता हूं !!
न जाने क्यूँ तेरी हर बातों को,
अपनी पलकों पर सजाकर रखता हूं !
शायद इसलिए क्योंकि जब जब तू हंसती है,
बस तब तब मैं हंसता हूं !!

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15 FEB 2019 AT 22:21

ना जाने क्यों कुछ अपने ही,
ऐसे दिन दिखलाते हैं ।
वीरों के सम्मान की जगह ,
उन्हें ही आंख दिखाते हैं।
हाथों में किताबों की जगह,
बारूद को गले लगाते हैं ।
मैं पूछना चाहता हूं ऐ खुदा,
क्या! ऐसे लोग जन्नत में जाते हैं।

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29 DEC 2018 AT 16:43


बीते साल में हमने भी कई मौज लगाए हैं !
कहीं दिल उगाए हैं, तो कभी घाव भी गहरे खाए हैं !
अब आने वाले साल से भी आंख मिलाना है !
जिंदगी की वही काली तख्ती पर नई चौक चलाना है !

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18 DEC 2018 AT 0:43

खुशी को ढूंढते फिरते हैं,
पैसे और कमाने में !
खुशी तो उस लम्हे में है,
जब कुछ ढूंढना ही ना पड़े ज़माने में !

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16 DEC 2018 AT 11:56

पतझड की तरह मेरी शाख से भी,
सारे पत्ते टूटते जा रहे हैं
जितने रिश्ते जोड़े थे मैंने,
सारे पीछे छूटते जा रहे हैं

अब दुनिया को अपनी बातें क्या समझाऊं

अब तो मेरे खुद के खयाल भी,
मुझसे रूठते जा रहे हैं

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5 DEC 2018 AT 14:27

ये जिंदगी सुहानी, इसके कई अफसाने !
कभी अपने सुहाने, तो कभी अपने पुराने !

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3 DEC 2018 AT 11:39

मुझे सुने बिना ही चल दिए हो तुम,
पर 'सदा' तुम्हें मेरी ही आएगी !
दिल खोल कर मिल लो दुनिया से,
पर याद तुम्हें मेरी ही आएगी !
मुझे भी कम मत आंकना तुम अपने पैमानों मे,
समझ तुम्हें भी आएगी !
दाना बिछा दिया है मैंने भी और दावा है मेरा,
चिड़िया दाना चुनने जरूर आएगी !

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