कितनी हस्तियाँ बन चुकी है मिट्टी यहां अपनी आँखों से कभी धुंध हटा लिया करो!! कभी-कभी तो बंद दरवाजो पर आकर आवाज़ लगा लिया करो!! कोई तो रहता होगा अंधेरों में उस ओर इक चिराग तो वहा जला लिया करो!! हँसते हुए चेहरों के दीवाने कई है यहां कभी-कभी रोते किसी सनम को गले लगा लिया करो! विनय शर्मा ❤️
दुरुस्त थे..... बेखौफ थे..... बदल गए मिजाज जीने का हमारी पता नहीं वो कौन लोग थे धुंध की चादर में लिपटे थे हम सबसे पूछते रहे हमारे साथ कौन कौन थे विनय शर्मा ❤️
दीवारें तो मिलनी है लेकिन दिलदार नहीं मिलता ज़िन्दगी हसीं है लेकिन हर किसी से मोहब्बत का इजहार नहीं मिलता ये ज़िन्दगी का सफर है दोस्तों चलना ज़रा सा सम्भल के क्यूँकि ज़िन्दगी के हर मोड़ पे कोई पहरेदार नहीं मिलता विनय शर्मा ❤️
मेरी आवारगी को एक नाम दे दे मेरी खुली आँखों में एक ख्वाब दे दे, ढूंढ़ रहा दिल कब से एक आशियाना अपने छोटे से दिल में एक जहान दे दे, भटक रहा हूँ तुझे पाने को दर बदर मेरी आवारगी को एक पूर्ण विराम दे दे || विनय शर्मा ❤️
वो प्यार भरे किस्से वो कहानी कहाँ हैं? धूल में भरा पड़ा है जीवन उस जीवन के चिरागो की निशानी कहाँ हैं? जो करते थे मोहब्बत हीर-रांझो की तरह वो दीवाना कहाँ हैं? वो दीवानी कहाँ हैं? विनय शर्मा ❤️