तेरे शिवा दिल मै किसी और को बसा न सके
तेरे शिवा किसी और के हम हो न सके
कोशिश तो बहुत लोगों ने की दिल का दरवाजा खटखटाने की
पर तेरे शिवा किसी और को जगह हम दे न सके दिल मै
क्योंकि मेरी चाहत तो बस तू ही थी पर तेरी चाहत कब मुझसे पैसों मै बदल गई
मै समझ न सका
जो सिर्फ मेरी थी वो पल भर मै किसी और की हो गई मै मर भी न सका-
क्यों लेता मै तेरी खबर
जब तुझे मेरा ख्याल आता ही नहीं
क्यों समझूं तुझे मै अपना
जब तुझे मेरा ख्याल आता ही नहीं
जो दर्द मैने सहा है उस दर्द से वाकिफ कभी तू नहीं
छोड़ दिया तूने मुझे तन्हा अकेला किसी और की खातिर
क्योंकि तूने तो मुझे समझा ही नहीं अपना
कैसे आता मुझे भी ख्याल तेरा
जब तूने मेरे दर्द को अपना कभी समझा ही नहीं-
एक तू ही तो था बस अपना मेरा
तेरे सिवा कोई दूजा तो न था
तेरी हर गलती को नादानी समझ कर भुला ही तो दिया था
बस पता न था मुझे ये तेरी हर गलती नादानी न थी
वो तो तेरी चाहत थी पहले से किसी और का हो जाने की-
तेरे बिना अधूरी है हर एक खुशी मेरी,
तू जो मिल जाए तो मुकम्मल हो जाए ज़िंदगी ये मेरी।
तेरी हँसी में छुपा है सुकून मेरा, तेरे हर दर्द से जुड़ा है नाता मेरा
तू जो नहीं एक पल को साथ मेरे
फिर मुझे कहा है तेरे बिन जीना गवारा
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चल कही मेरे मन किसी से मिल के आते है
मन से मन की बात चल कह कर आते है
मिले सुकुन दोनों के मन को ऐसा कह कर आते है
न उदास वो हो , न उदास मै रहूं
चल कुछ ऐसा उसे दिल से बता कर आते है
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हाथों मै हाथ थामे तुम चले तो थे कुछ पल के लिए
मेरी मोहब्बत का हमसफर बने तो थे कुछ पल के लिए
वादे तो बड़े बड़े किए थे तुम ने उम्र भर साथ निभाने के मुझसे
पर उनको निभा न सके तुम , क्योंकि
चाहत तुम्हे मेरी नहीं पैसों की जो ठहरी
जो मुझसे ना सही तो किसी और पर जा ठहरी
साबित कर के गलत मुझको तुम खुद गलत बन गए
बता कर मुझे धोखेबाज खुद ही धोखा दे गए-
ज़िंदगी ने हमे सिखाया तो बहुत
पर समझ नहीं पाए
उसने धोखे तो दिए बहुत मुझे
पर मै उसे भुला न पाया कभी
उसने मोहब्बत का दिखावा भी इतनी शिद्दत से किया कि
उसके सामने किसी और का प्यार कभी नजर आया ही नहीं-
चल एक नई दुनिया बसाते है
दोनों के बीच फासले को मिटाते है
तेरे सिवा मेरी दुनिया अधूरी ही तो है
चल इस दुनिया मै प्यार की एक नई दस्ता लिख जाते है
हम रहे या न रहे लोगों की जुबा पर हम अपनी प्रेम कहानी छोड़ जाते है-
मेरी मौत पल पल मेरे पास आ रही थी
न जाने क्यों पर आज उसकी रह रह कर याद आ रही थी
थमते न थे मेरी आंखों से आशु !पर
पर न जाने क्यों सोच कर उसके बारे में
मेरी सांसे थमती जा रही थी
खुद के बारे मै कभी सोचा ही नहीं मैने
पर न जाने क्यों
उसके साथ बिताया हर लम्हा आज याद आ रहा था
जा रहा था आज उसे छोड़ कर हमेशा के लिए
बस यही बात मुझे खाए जा रही थी
न जाने कैसे कटेगी ज़िंदगी उसके बगैर
बस यही बात मुझे रुलाए जा रही थी-
हम दोनों अगर यू ही साथ रहते
वक्त कब गुजर जाता ये बया न कर पाते
तेरे साथ बिताए वक्त को शब्दों मै बया न कर पाते
अगर तुम यू ही साथ रहते तो हम तो यू ही मर जाते
तेरी मुस्कान मेरा हर दर्द चुरा लेती थी
तेरी बाते मुझे सुकून दे जाती थी
तेरा यू हर बात मुझ से कहना
काश मै तेरी ज़िंदगी का ! हिस्सा पान पाता
मेरी जिंदगी का सफर आसान हो जाता
क्योंकि ! मेरी तमन्ना तो थी तुझे उम्र भर के लिए पाने की
पर तेरी जिद ने ऐसा होने न दिया
क्योंकि तुझे तो आदत थी किसी और को अपना बनाने की-