Vikram Singh   (विक्रम ✍🏻)
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Joined 10 August 2021


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6 MAR AT 14:08

न उम्मीद-ए-वफ़ा न उम्मीद-ए-उल्फत है हमको आपसे
देख हमारी जुनून-ए-उल्फत रश्क है आपको हमसे
नाज़ है हमे हमारी उस वफ़ा-ए-उल्फत पे जो है हमको आपसे
तुम्हारी निगाह-ए-उल्फ़त मे में क्या गिरा
की रस्म-ए-उल्फ़त निभाने के लिए तबसे
तुम्हारी नक़्श-ए-उल्फ़त लिए फिरा

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11 FEB AT 11:04

तेरे याद के रम में इस कदर रम गया हु
की अब तू नही मैं याद आता हु

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30 JAN AT 11:50


यूही सिगरेट के धुएं से मेरा दिल ही जलेगा
या कभी ऐसा भी होगा की
तेरे हाथ से मेरा शर्ट भी जलेगा

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22 JAN AT 15:18

चहक रही पंछी, बरस रही बरखा
गरज रहा गगन, चल रही पवन
जान के ये खड़ा हो गया समंदर किनारे
जो युग युग से कड़ कड़ में थे राम हमारे
पुनः लौट रहे अयोध्या वही राम लला हमारे
देखने ये आए देव,गन्धर्व, नर,नारी पशु,पंछी
साधु, संत, ऋषि,मुनि सारे

बच्चे बूढ़े सयाने सब जप रहे एक नाम राम नाम
श्री राम जयराम जय जय राम

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4 JAN AT 20:51

की तुझसे अब सब छुपाना है
सारे राज तुझे बताया था
फिर भी तूने इतना सताया है

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4 JAN AT 20:33

स्वर्ण लंका में बैठा लोभी चाल ऐसा चला
मृग रूप में मारीच राम को छल के,लक्ष्मण लक्ष्मण चिलाया।
पार करा के लक्ष्मण रेखा,स्वयं साधु वेश में माता सीता को लंका हर लाया।।
भटकते भटकते सीता के खोज में,सबरी के जूठे बेर खाए,हनुमान जैसे भक्त पाए।
सुग्रीव को मित्र बना के बाली को हरा के राज्य दिलाए ।।
माता सीता की खोज में लंकादहन कर हनुमान खबर लाए,वानरसेना संग नल-नील रामसेतु बनाए।
लंका पहुंच कर रावण तक नीति की बात पहुंचवाया, नीति की बात को रावण ने ठुकराया।।
दर्प,दुष्टता के कारण स्वयं अपना काल बुलाया। लंकापति को मार कर रघुपति ने लंका पर विजय ध्वज लहराया।।
पूरा कर 14 वर्ष के काल को,
लौट आए अपने जन्म भूमि विख्यात अयोध्या को।।
ऐसे रघुनंदन के,चरणों में मेरा है वंदन...
राम कथा सुनाऊं,राम राम नाम गाऊं

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31 OCT 2023 AT 0:18


चश्मे में कमाल गुस्से में बवाल जलेबी जैसी थोड़ी टेढ़ी हो मगर उतनी ही मीठी हो,
दिल है “जैसे गंगे का पानी
और क्या-क्या बताऊँ महादेव की दीवानी”
पढ़ा जब तुम को तब से मैं, मैं नहीं तुम हो
ये क्या जाने जिसके नाम से धड़कने अपने रफ्तार से 2 गुना तेज़ हो जाती है वो नाम है तुम्हारा
कोई मुल्य नहीं तुम्हारा तुम हो मेरे लिए करून के खजाने से बढ कर
अच्छे अच्छे बिक जाए जो लगाए कीमत
मत देना कोई बहना बस याद रखना
टपरी वाले की एक चाय है पिलाना
❤️ जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई ❤️
May Mahadev's blessings always with you.... और मैं तो हमेसा हु ही ❣️

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29 JUN 2023 AT 18:33

For me
She>>>>>>>>>>♾🌍

For she
🌍>>Me

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9 MAY 2023 AT 6:25

हिंदुत्व ही हमारी पहचान है
आग लगाई जिसने वही
क्षत्रीयत्व महाराणा प्रताप है

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28 APR 2023 AT 6:00

My eyes only see you
Mind only thinks of you
Heart only beat for You
Breathing only hums your name
Whenever I think I just think you in every moment

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