कानून अंधा है
हाथ लंबे है लेकिन, काम काफी मंदा है
ध्रुवों के ग्लेशियर भी पिघल रहे है लेकिन
यह नही पिघलता, यह उनसे भी ठंडा है।-
दिमाग की बत्ती नही, डेकोरेशन हो गया
तू आ के दिल में समा गई और जश्न हो गया-
हाल तो तुम्हारे बिना हम बेहाल है
हर वक्त बस तुम्हारा ही ख्याल है
मिलन के पल कब आएंगे हमारे
बस रब से यही एक सवाल हैं।।-
भूख से मर जायेगी जनता,
हर व्यक्ति को मिनिमम दस हजार ₹
मासिक दे सरकार, फिर जितना मर्जी है
उतना लोकडाउन लगाएं
कोई कुछ नही कहेगा
(नाथी को बाड़ो है की ओ)
😠😠😠😡😡😡-
उसकी
भगवान ने,हमको परोस दिया,
जहा वो हमारा दिमाग खा रही है अभी,
फिर पता नही क्या खायेगी।।
😂😂😂😂-
जहाँ हम अपने आप से संतुष्ट हो
अपने काम से संतुष्ट हो
अपने मन से संतुष्ट हो
और तन से संतुष्ट हो
फिर चाहे दुनिया हमसे रुष्ट हो-
मुझसे कहा
तू अँधा है
जो काम तुझे दिखता है
तू उसे नहीं करता
मैं चक्षुहीन जो कहता हूँ
तू उसे करता है-
तू जिन्दा है यह याद कर
सुबह कर, शाम कर
मुहँ से राम राम कर
बुरे काम छोड़कर,
अच्छे काम रोज कर
फिर बेटा, मौज कर
😜😜-
की तुम्हारी प्रेम पोलिश से,चमक ना सके
तुम्हारी मधुर मुस्कान से,रंगीन ना हो सके
तुम्हारे अपनेपन से,नयी ना हो सके
तुम्हारे बदन की खुशबू से आह्लादित न हो सके
तुम्हारी अदाओं से मुग्ध ना हो सके
जिंदगी इतनी भी खराब नहीं-