ये ज़िंदगी तुम्हारी भी है
थोड़ी है परिवार की और थोडी रोज़गार की है
मगर ये रहे ध्यान कि थोड़ी ये तुम्हारी भी है
तेज बहुत चलती है रोक नहीं पाओगे
जिए नहीं खुल के तो बहुत पछताओगे।।
अपने लिए भी समय निकालो,
ये जिन्दगी तुम्हारी भी है।।-
तेरी किस्मत तुझे खुद नज़र आयेगी।
उतार कर फेंक दो ये चश्मा फर्क वाला
जिन्दगी तेरी ये अपनों में गुजर जायेगी।
देखने वाली नजर पैदा कर
अंधेरे आसमां में लालिमा भी छाएगी
सुरमई हर शाम भी होगी तेरी और
खुशनुमा सहर भी तेरे गीत गायेगी।।-
कभी तुमने सोचा है कि मैं क्या हूं?
हर दिन खुद में ही जीता हूं मरता भी
हर दिन हूं खुद को संभालता और गिरता भी
कभी हूं मैं हंसता कभी हूं मैं रोता
कभी खुद को पाता हूं कभी खुद को खोता
जीता हूं हर दिन अजब से सवालों में।
कभी तुमने सोचा है कि मैं क्या हूं?
नही है गिला कोई समझे या ना समझे
बस दिल ना दुखाए यही दुआ करता हूं
अपने से ज्यादा फिक्र अपनों की करता हूं
खुद की परवाह नहीं अपनों के लिए मरता हूं
खुद से ज्यादा सदा अपनों के लिए जिया हूं
कभी तुमने सोचा है कि मैं क्या हूं?
खुद से मैं पूछूं या पूछूं ये खुदा से
मरने से पहले कुछ इस कदर डरता हूं
कहीं तुम ना समझी कि मैं क्या हूं?
उलझन है तुमसे और सुलझन तुम्हीं से,
कभी तुमने सोचा है कि मैं क्या हूं?
- viki-
धीरे धीरे ये साल भी गुजरता रहा
हर बार था टालता जो,
वो सवाल भी गुजरता रहा
पूछा था खुद से कि मिल गया सब कुछ तुम्हें
बोलता था झूठ खुद से,
बस हंस के मैं चलता रहा।
सच कहूं तो आज तक न मिल सका सुकून वो
स्वप्न में और चेतना में पल रहा जुनून जो
इस साल न सही अगले साल ही सही
पूरी हों वो ख्वाहिशें स्वप्न में ही सही।।
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तेरे आगे आईना रख दूं
और एक से तू, दो हो जाए!
दो में मेरा होगा क्या?
भगवान करे तू सौ हो जाए🙈-
I wish I had wings
I wish I was in sky
No boundaries! Just fly Fly and Fly🕊️-
to solve is to remove all the obstacles comes in between whosoever Stop you doing so
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