काश तुम मेरी याद में उलझ जाओ...
यहां में तुम्हें याद करूं....
तुम वहां समझ जाओ....-
Vikash Maurya
(itz_vikashmaurya)
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([“Love all, trust a few, do wrong to none.”)]
I am fond of writing, so I write something w... read more
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Joined 14 May 2021
25 APR AT 18:18
27 FEB AT 13:16
हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो ।
भटके मुसाफिर को चांदनी रात बनकर मिला करो ।।-
25 FEB AT 14:33
आसियान ढूंढू कहा मेरा घर तेरे पास है।
खुद को ढूंढू कहा मेरा दिल जो तेरे पास है।।-
23 FEB AT 15:28
फ़ास्ले कम न हुए मुझे छोड़े के जाने के बाद।
अक्सर याद करते है वो, कुछ अरसे के बाद।।-
23 FEB AT 15:27
फ़ास्ले कम न हुए मुझे छोड़े के जाने के बाद।
अक्सर याद करते है वो, कुछ अरसे के बाद।।-
19 FEB AT 18:21
खुद को काबू में रखती हो, अपनी चाहते बताती भीं नहीं।
तुम पे गौर किया तो पता चला, तुम गुस्से में भी प्यारी लगती हो।।-
11 FEB AT 0:14
उलझनें भी उसे देखें तो सुलझ जाती हैं ।
यार वो शख़्स निगाहों से बेवाक है।।-
25 JAN AT 20:02
उसकी यादों का हर्जाना अच्छा है ।
आंखों में आंसू भर जाना अच्छा है ।।
अब जब उसको ही कोई परवाह नहीं ।
तो उम्मीदों का मर जाना ही अच्छा है।।-