तुम्हें नज़रअंदाज़ करूं,
मुझमें इतना गुरूर कहाँ,
और तुम्हें देखूं नज़र भर कर,
मेरी आँखों में इतना नूर कहाँ।-
Vikash Maurya
(itz_vikashmaurya)
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([“Love all, trust a few, do wrong to none.”)]
I am fond of writing, so I write something w... read more
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Joined 14 May 2021
15 JUN AT 10:41
31 MAY AT 17:02
मोहब्बत करते हो तो अदब-ए-वफ़ा भी सीखो सनम!
फ़ुर्सत के लम्हों की बे-करारी को मोहब्बत नहीं कहते..!
🕊️🖤🥀-
27 MAY AT 14:20
मैने सबसे ज्यादा आपको इन दूरियों में जाना है।
देखना, छूना, चूमना ये सब तो बाद की बात है।।-
25 APR AT 18:18
काश तुम मेरी याद में उलझ जाओ...
यहां में तुम्हें याद करूं....
तुम वहां समझ जाओ....-
27 FEB AT 13:16
हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो ।
भटके मुसाफिर को चांदनी रात बनकर मिला करो ।।-
25 FEB AT 14:33
आसियान ढूंढू कहा मेरा घर तेरे पास है।
खुद को ढूंढू कहा मेरा दिल जो तेरे पास है।।-