वक्त ही तो है, क्या नवंबर क्या दिसम्बर!!
पिछला साल गुजरा है जैसे , वैसे ये भी गुजर जाएगा!!
पता नहीं इस साल मुलाकात क्या, बात भी नहीं हुई !!
*अगले बरस भी क्या हो पाएगा ??*
#Meri.Kalam-
Jaat paat ke naam par aaj baant'te hai hume jo log!
Kya unke rag-e-khoon indradhanush sa hota hai?
Hum dhundhne jo nikalte hai Ram ki wo bhoomi,
Kya Rahim ki basti ka koi aur makaan hota hai?-
Khushi kya hai uska ehsaas bhi dard me hota hai?
Kya har baar marham hi us dard ka zubaan hota hai?
Log khushi kam aaj gham zyada batorate hain!
Kya khushiyon ki chahat ka koi aur Jahan hota hai?
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कि राह चलते नज़रों से ना खेलो तुम,
अपनी ज़ुल्फों को यूँ ना बिखेरों तुम,
अब शहर के हर भ्रमर, तुम्हारी तफ्तीश़ में है,
उनके रंग ढंग भी कुछ अज़ीब से है।
शहर के हर अख़बार भी आज तेरी तलाश में है,
चेहरे से तेरे नकाब़ हटाने को बेताब से है,
चाहते हैं वो कि तेरा हुस्न सरेआम हो जाए,
और तू आइने तक के सामने बदनाम हो जाए॥
#Meri.Kalam #VikashKumar
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जब चाहा तब ना मिला, जब ना चाहा तो अपार!
तमाशा है यह ज़िंदगी, प्यार भी यहाँ व्यापार!!
कुछ दोगे तब ही कुछ मिलेगा, ऐसा ही है संसार!
रिश्ते - नाते सब झूठे हैं, कुछ का भी ना आधार!!
एक तमाशा ही तो है ज़िंदगी, जहाँ प्यार भी है व्यापार!!
#Meri.Kalam
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वो कहते हैं कि मैं ही उनकी मंज़िल हुँ।
तो आज, चल पड़ी है उनकी गाड़ी मंज़िल की ओर।
और मुझे भी उनके पहुंचने का बेसब्री से इंतज़ार है!!
#Meri.Kalam-
आज भी कलम उठती है तो तेरा ही नाम लिख पाती है!!
क्या जादू किया है तूने?
या वहम है मेरा यह कोई!! 😍
#Meri.Kalam-
Wo Bachpan Tha, Haan Wo Bachpan hi tha! 😍
Papa ka haath Thame,
Pahle kadam jo badhe the,
Papa ne us waqt hi kaha hoga ki ab ye kadam kahan rukenge,
Koi bhi baadhayein aa jaayein,
Ab ye kahan thamenge
Aaj us pahle kadam ki Jab bhi yaad aati hai..
Ae School mujhe teri yaad aati hai
#Meri.Kalam-