Vikash karn   (Vik writer)
2.2k Followers · 12.6k Following

में लिख के दिखाता हुँ तुम पड़ के बताना
Joined 1 April 2018


में लिख के दिखाता हुँ तुम पड़ के बताना
Joined 1 April 2018
4 MAR 2020 AT 20:16

हा तो में बुरा हूँ
माथे पर लिखबा लू क्या😖

-


3 MAR 2020 AT 17:11

समय जबाब देगा


तुम्हारे लिए कितना
समय दिया
क्या कुछ नहीं किया
कितना ख़ुश रखना चाहा
मिला क्या आख़री में की
तुम मुझसे बात ना करो
मेरे आंसू की कीमत बहुत
ज्यादा चुकानी पड़ेगी
आज जो रोया हूँ मै

-


2 MAR 2020 AT 10:57


कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला.

-


29 FEB 2020 AT 20:05

लिबास काला आवाज काली
में अँधेरे का प्रतिक हूँ
तुम सब राम बन जाओ
में राबड ही ठीक हूँ...

-


26 FEB 2020 AT 13:49

Mujhe nahi pata
Mai uski life mai important
Hu ya nahi
But
i hope jab mai maru
Uski aankh mai aansu ho
Or wo kahe
Uth na yaar
Mazak mat kar

-


21 FEB 2020 AT 20:59

Tere otho ki bo hasi khayalo se jaye na
Choti choti yaade aankho se aashu jaye na
Tu kya jaane adhura hu tere bina yaha

-


21 FEB 2020 AT 20:51

Galti se galti hui thi
Mjhe esse chodo na
Hua jo hua wo
Bhul jao na

-


19 FEB 2020 AT 20:55

भीड़ में भी अकेला होता हूँ
दोस्तो में भी तन्हा होता हूँ
ना जाने क्या ढूँढती है नज़रे
मैं किसकी तलाश में होता हूँ

यूँ तो एक मुस्कान रहती है चेहरे पर मेरे
पर खुदा जानता हैं मैं कितना उदास होता हूँ
झिझकता रहता हूँ रह एक संग
कभी किसी संग बेझिझक नही हो पाता हूँ

पानी में दो बूंद तेल की तरह है लहज़ा मेरा
जाने क्यों दूध में पानी सा घुल नही पाता हूँ

ना अब कुछ खोने का डर, ना पाने की हसरत
कुछ नही चाहता फ़क़त मन की स्थिरता चाहता हूँ
शिकवा शिकायत तो नही हैं ज़िंदगी से कोई मग़र
मौत को आजकल थोड़ा ज्यादा चाहता हूँ

मन भर गया हैं अब इस जहाँ में रहते रहते
अब उस जहाँ में खुदा से मुलाकात चाहता हूँ

-


7 FEB 2020 AT 19:12

दोस्तों के साथ इतना
हस्ते थे की सारी टैंशन
भूल जाते थे.

-


3 FEB 2020 AT 8:08

जाओ किसी और से दिललगी करो


-


Fetching Vikash karn Quotes