Vikas Yadav   (Aawara_aashiq)
101 Followers · 6 Following

read more
Joined 3 April 2019


read more
Joined 3 April 2019
28 SEP 2024 AT 19:23

राहों में ही ठहरों ये मुकाम अच्छा है
मेरे नाम के साथ तेरा नाम अच्छा है
लौट रहा है अब काफिला घर की तरफ
बहुत उड़ लिए आसमां में अब आसियान अच्छा है
मुद्दतो बाद किसी को अपना कह कर पुकारा है
क्या इस फरेबी दुनिया में बस वो इंसान अच्छा है
जिंदगी मौत से बद्तर लगने लगीं है
जिंदगी जीने से तो मौत का पैगाम अच्छा है
न ही वो लौटा और न ही हमने क़दम बढ़ाए
अब तो ठहर जाएं ये ज़हान अच्छा है
कल एक शख्स कह रहा था तुम बदले बदले से लगते हो
मर गए हो अंदर से तो मर ही जाओ अच्छा है

-


22 SEP 2024 AT 22:40

मैं लोगो से मुलाकातें के लम्हे याद रखता हुँ
मैं बातें भूल भी जाऊं तो लहजा़ याद रखता हुँ

सरे महफ़िल निगाहें मुझ पर जिन लोगों की पड़तीं है
महफ़िलों के आइने से वह चेहरे याद रखता हूंँ

ज़रा सा हट कर चलता हूं जामाने की रिवायत से
कि जिन पर बोझ मैं डालूं वो कन्धे याद रखता हूंँ

मै यूं तो भुल जाता हुँ खारस तलक बातों की
मगर जो ज़ख्म गहरे दे वो किस्से याद रखता हूंँ


-


1 MAY 2022 AT 9:33

दोस्तों की महफ़िल में मिला वो दुश्मन ही अच्छा था
जिसने कहा की मै तेरे लिए खंज़र लाया हूँ
बाकियों ने तो गुलाब के फूल में कांटे लागा कर दिए..

-


14 APR 2022 AT 22:02

बस कुछ किस्से है उसके मेरे हिस्से में
जो उन किस्सों का एक हिस्सा था वो ही मेरे पास नहीं...

-


5 APR 2022 AT 9:15

मैं कैसे कह दूँ मैंने कोई गुनाह नहीं किया खुदा
मैंने एक मर्तबा माँ से ऊँची आवाज़ में बात की थी..

-


22 MAR 2022 AT 12:43

मै संभाल लेता एक बार और अगर वो शख्स गिरा होता
पर इस बार जो गिरी वो उसकी नियत थीं...

-


21 MAR 2022 AT 11:25

मैं हासिल कर लूँ दोबारा उसे ये मुझे गवारा नहीं
मैंने मोहब्बत को मारा है, मैं मोहब्बत का मारा नहीं...

-


17 MAR 2022 AT 19:29

चाहत ही खत्म हो गई रंगों से खेलने की
एक शख्स के खातिर कभी हम ने भी गुलाल खरीदें थे...

-


13 MAR 2022 AT 12:55

हजारों हसरतें पल कर रखते हैं हम ग़म में रोने के
इक चेहरा मुस्कुराता मेरी माँ का मेरे चेहरे पर मुस्कान ले आता है...

-


3 MAR 2022 AT 19:57

हिम्मत रखो सही को सही और गलत को गलत कहने की
वरना आवाजों में एकता तो कुत्तो की भी होती है...

-


Fetching Vikas Yadav Quotes