मेरे सवालों के जवाब अब भी बाकी है
बेनकाब फासलों में तन्हाइयां अब भी बाकी है
मुसलसल बेअसर मुस्कुराते रहे हम
गर हर जख्म को भुलाना अब भी बाकी है !!!-
मेरी ख़ामोशी का फायदा उठाते हो 🙂🙂 ......
कोई नहीं ... read more
मेरे सवालों के जवाब अब भी बाकी है
बेनकाब फासलों में तन्हाइयां अब भी बाकी है
मुसलसल बेअसर मुस्कुराते रहे हम
गर हर जख्म को भुलाना अब भी बाकी है !!!-
ख़ामोशी में मेरी , तेरी सदाएं है ...
मेरी हथेली में , तेरी दुआएं है !!!-
दो राज़ मिलते है , हमराज़ बनते है ...
सन्नाटे सारे ऐसे ही , आवाज़ बनते है !!!-
इतनी दूरियां महसूस नहीं हुई कभी...
मगर अब हरेक फासलों का एहसास होता है !!!-
तुम ही हो हृदय मेरा , तुम ही हो भावना ...
मन में हो तुम ही , तुम ही हो मन की कामना !!!-
तुम बिन मैं कुछ नहीं हूं , बस तुम मेरी सिया...
जो भी था मेरा , समर्पित वो तुमको कर दिया !!!-
मुस्कान चेहरे पर लिए , क्यूं मैं सदा चुप ही रहा ....
बहती धारा नैनन से , दर्द को हर पल क्यूं सहा !!!-
हैं कुछ क्षणों की ये दूरियां , ये क्षण यूं ही कट जाएंगे...
तुम देखना ये विरह के क्षण , फिर से मिलन ऋतु लाएंगे!!!-
रूठो जो तो तुमको मनाऊं मैं , तुम हसो तो मुस्काऊ मैं...
तुम बिन मुझे कुछ भाए न , जहां भी देखू वहां तुमको पाऊं मैं !!!-