कुछ पल तेरे ख़ामोशी के
कुछ पल मेरे इंतज़ार के
कुछ तो है हर सांस में
जो तुझमे भी हे जो मुझमे भी हे
जीने की वजह तेरी भी हे
कुछ पाने का इरादा मेरा भी हे .-
जाने ना जाने ना
किस ओर जाए कहा
किस ओर जाए कहा ||2||
हमसे कौन पूछे मर्जी हमारी
दिल की बाते समझेगा कौन
मन की मन में रह गई
सारी ख्वाहिशें सारी ख्वाहिशें
जाने ना जाने ना
किस ओर जाए कहा
किस ओर जाए कहा ||2 ||
छोड़ दिया हमें सब ने
घर हमने छोड़ दिया।
मिला कोई राहों में
जिसे समझ बैठे थे अपना
उनका भी दामन निकला पराया
किसे करे शिकायत
धड़कनो को कैसे समझाए
जाने ना जाने ना
किस ओर जाए कहा
किस ओर जाए कहा ||2 ||
बंद आँखों के सपने
बिखरे पड़े थे पल में
कैसे करे हिसाब आँसुओ के
सुख गए है जो ग़मो में
गम ही गम है
ना जाने किस दुनिया में
खोए है
जाने कहा जाने कहा ,जाने कहा
जाने ना जाने ना
किस ओर जाए कहा
किस ओर जाए कहा ||2 ||-
भीगी भीगी चाँदनी
भीगी भीगी चाँदनी
ठहरी हुई एकटक नज़रे मेरी
पलके भी है थमी हुई
जो आया है सामने आंखों के
लगता हो जैसे हो सपनो की परी
भीगी भीगी चाँदनी
भीगी भीगी चाँदनी
दिल घबराता है
हवाओं के झोंको के आने पे ओ रब मेरे
ना ले आए साथ घटाओ को
चांदनी को छुपाने के लिए
धड़कनो ने मुझे इशारा कर लिया है
उनके लिए दिल में घर सजा लिया है
उनकी तरफ से इंतज़ार हां का है
ख्यालों में ना कोई बात थी
ना सोचा था ऐसा मैंने
चाहत खुदा की होगी
के सांसे उनके साथ जुड़ जाएगी
नज़दीक होने पे उनके
सुकून रहेगा खुद में
दूर जाने पे जान निकल जाएगी मेरी
भीगी भीगी चाँदनी
भीगी भीगी चाँदनी !!
-
हर तरफ हर दफा
नज़रे घुमे मेरी यहाँ वहा ,यहाँ वहा
ढूंढे तुझे जहां तहां
दिल की ख़ामोशी तेरी
मुझे चुभती है घडी घडी
कब तक खमोश में रहु तू बता तू बता
तू बता
हर तरफ हर दफा
नज़रे घुमे मेरी यहाँ वहा ,यहाँ वहा
कल की खमोशी आज भी है क्यों
कोई वजह मुझे तू जरा बता
तेरे लिए मेरे लिए रब से मांगू दुआ
जो है मेरा कर दे नाम मेरे
आफत क्या है पूंछू में किसे
मुझे कुछ भी नहीं है पता
हर तरफ हर दफा
नज़रे घुमे मेरी यहाँ वहा ,यहाँ वहा
प्यार के नशे में हूँ दिन रात में
जमाना भी ये कहने लगा है
जाने क्यों मुझे ये नशा ही रास आने लगा है
देखता हु जो ख्वाबो में
जाने ये अब सच होने लगा है
मेरी मोहब्बत मुझे मिल जाए
चांद सितारों के बीच दुनिया सजाए
दुनिया सजाए
हर तरफ हर दफा
नज़रे घुमे मेरी यहाँ वहा , यहाँ वहा !-
खुद से डरने लगा हूँ में
खुद का भी ना रह पाया हु में
दिल टुटा मेरा फिर ना जुड़ पाया रे
ऐसा हुआ कई बार
हर बार संभाला खुद को मेने
मेरा क्या था कसूर
क्या थी उसकी ख्वाईश और
पता ना जो मुझे चल पाई
खुद से डरने लगा हूँ में
खुद का भी ना रह पाया हु में
आँखे नम होती है दिल रोता है
रातों के साए में
किस की बाहों में जाउ किसके काँधे पर सर रखु
जो दर्द आया है हिसे में मेरे
किस को हिस्सेदार बनाऊ
खुद से डरने लगा हूँ में
खुद का भी ना रह पाया हु में
नाराजगी होती अगर मेरी
में खुद मान जाता खुद से
फरेब धोखा कैसे में भुलाऊ
टुटा है दिल ये मेरा
कैसे संभालूं खुद को में
ढूंढू कहा में जो खोया है
विश्वास मेरा किसी और पर
खुद से डरने लगा हूँ में
खुद का भी ना रह पाया हु में !-
ख़्वाब टूटे सारे
अरमान बह गए आंसुओं में
जिंदगी रह गई अधूरी
शिकार अपनों के ही झूठ के
हो गए
मोके दिए कई मेंने उसे
फरेब का खंजर पीठ में घोप गए
दर्द है हमें कैसे बताए ,किसे बताए
जख्म है जो जिस्म पे
वो वक़्त पे भर जाएंगे
लगी है जो दिल पर चोट
क्या में उसे भूल पाऊंगा
मेने सोचा था एक दफा
माफ़ कर दूंगा फिर एक दफा
लेकिन वो सोचती है कुछ और
नरमाई को मेरी
बर्दाश्त ये बात मुझसे होती नहीं
कह देती तू एक बार दिल से मुझे
ना चाहती है मुझे तू चाहत से
में कर देता फैसला तेरे हक़ में
जाने क्यों ये पता नहीं रहा
जुडी है हमसे दो और ज़िंदगी
क्या होगा उनका ये तूने सोचा नहीं
क्या छिना है तूने उनका
इस बात की तुझे परवाह नहीं !!-
सोचा नहीं था कुछ ऐसा हो गया ,
कुछ ऐसा हो गया
पल की खुशियाँ पल-पल की रह गई
जाने क्यों ऐसा हुआ , जाने क्यों ऐसा हुआ
हर बात हर दिन
काटो की सेज हो गई
सोचा नहीं था कुछ ऐसा हो गया,
कुछ ऐसा हो गया
रुख हवाओं का साफ़ था
ज़िंदगी ने धोखा कर दिया
हसरत रह गई आधी अधूरी
मंजिल करीब से दूर होती चली
होता नहीं अक्सर हर किसी के साथ
रब ने मेरा ही पता दे दिया
सोचा नहीं था कुछ ऐसा हो गया ,
कुछ ऐसा हो गया
मांगी दुआए मेने कई बार
रहम मुझ पे भी कर दे खुदा
ऐ मेरे खुदा
होता नहीं बर्दाश्त अब मुझसे
ले ले तू चाहे तो जान भी मेरी
पर लोटा दे मेरी गई खुशिया सारी
सोचा नहीं था कुछ ऐसा हो गया ,
कुछ ऐसा हो गया-
ॐ ॐ ॐ ॐ
भोले शंकर शंकर भोले
दर पर है तेरे भक्तो के रेले
तू रखवाला,
तू ही है जीवन दाता
ॐ ॐ ॐ ॐ
भोले शंकर शंकर भोले
मानसरोवर तेरा ठिकाना
भक्त चाहे हर कोई आना
भाग्य में है जिसके जाना
दर पर तेरे शीश झुकाना
ॐ ॐ ॐ ॐ
भोले शंकर शंकर भोले
पाप बढ़ जाते है जब ,
रूद्र रूप में आते है
ऐसे तो हे भोले मेरे
महादेव कहलाते है
प्रिय उनका नर्त्य ताण्डव है
इसमें भक्त भी रम जाते है
जिन्हे देख दैत्य भी थर थर कांपे है
भक्तो के प्रिय भोले शंकर कहलाते है
ॐ ॐ ॐ ॐ
भोले शंकर शंकर भोले !!-
जो है वजह मुलाकातों की
वो हो हसी वजह हर बार की
तुझसे है चाहत जीने की
तू ही है ज़िंदगी ख्वाबो की
हो ना हो ऐसा हो गया है
तू मेरी रग रग में समा गया है
जान ले तू , तू भी मेरे एहसास को
कब तक दूर रह पाओगी
दबा के अपनी ख्वाईशो को
कुछ कहो कुछ कह भी दो
में तो जागा हूँ कई रातों से
कैसे खो जाता नींदो में
बुने है जो सपने खुली आँखों से
तेरे कैसे बिखर जाने दूँ
मुझे तुझसे प्यार है
इकरार मेने कर दिया है
तेरी मेरी यारी का फ्रेम
दिल में सेट कर दिया है
अब कबूल है तुझे करना
चाहे सौप दे तेरा हाथ मुझे
या और कोई बहाना कर ले
दिल को मेने मेरे थाम रखा है
डर को मेरे कोसो दूर रखा है
जो है वजह मुलाकातों की
वो हो हसी वजह हर बार की
तुझसे है चाहत जीने की
तू ही है ज़िंदगी ख्वाबो की-
दूर है तू पास होते हुए
ऐसा क्यों दिल मेरा बोले
कुछ तो वजह तू बता
क्या है मेरी खता,
मेरी खता
जिंदगी मेरी तेरे नाम कर दी
जो था मेरा नाम तेरे कर दिया
फिर क्यों ये गजब हो रहा है
ये क्यों सितम मुझपे हो रहा है
तू जरा बता दे कुछ तो बता दे ,
कुछ तो बता दे
जरा इशारों से समझा दे
तू ना थी पहले ऐसी
फिर वफ़ा से बेवफा क्यों हुई
उखड़ा-उखड़ा चेहरा
जुठी-जूठी हसी
राहत ना दे पाएगी मुझे ,
ना दे पाएगी मुझे
वक्त बचा है अभी उम्मीदों को
फिर आस भी मुझसे छिन जाएगी
कुछ हो अगर राज़ दबे
राज इन्हे ना अब रहने दो
राज़ इन्हे ना अब रहने दो
दूर है तू पास होते हुए
ऐसा क्यों दिल मेरा बोले
कुछ तो वजह तू बता
क्या है मेरी खता,
मेरी खता-