27 JUN 2021 AT 22:38

दुश्मनों का क्या है कहेना जब अपना ही अपना न होना
मैफिल भी सजेगी सिर्फ वहाँ प्यार नहीं धोखे की आग भड़केगी....

- सुवर्णहास्य