शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है..
शिव बुध्दि, शिव चित, शिव मन विभोर है ।।
शिव रात्रि, शिव दिवस, शिव स्वप्न शयन है..
शिव काल, शिव कला, शिव मास-अयन है ।।
शिव शब्द, शिव अर्थ, शिव ही परमार्थ है..
शिव कर्म, शिव भाग्य, शिव पुरूषार्थ है ।।
शिव स्नेह, शिव राग, शिव ही अनुराग है..
शिव कली, शिव कुसुम, शिव ही पराग है ।।
शिव भोग, शिव त्याग, शिव तत्व ज्ञान है..
शिव भक्ति, शिव प्रेम, शिव ही विज्ञान है ।।
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव परम साध्य है..
शिव जीव, शिव बह्मा, शिव ही आराध्य है..।।
।।।ॐ नमः शिवाय।।।
-