मेरे कमरे के सामने वाली सड़क पे ,
औ सुबह-सुबह टहलने नहीं आती;
औ तो मुझे जगाने आती।-
महिलाओं की समानता की बात की जाती है;
किन्तु!!!
महिलाओं की आजादी की नहीं।
सीमाएँ बनाई जाती है ;
उनके जीवन की!!
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स्त्री से प्रेम करने की बातें सभी करते हैं?!?
स्त्री को आजादी देने की बात कोई नहीं ।-
अपड़ी संस्कृति अपड़ी पच्छाण ,
घर गौं देश प्रदेश कखी भी राण।
डाई होण हरी भरी खूब ऊंची ळाण,
पर जड़ सी कबी अलग नि ळाण।
कामचलाळ बिराणी भाषा;
छंवी सदी अपड़ी भाषा मं लगाण।
घर बणौण बिराणा जगा,
पर अपड़ी कुड़ी चिणी रखाण।-
मैं बिन हिन्दी कैसे कुछ कह पाऊँ;
मैं बिन हिन्दी कहाँ कुछ लिख पायूं।
मैं सौभाग्यशाली जो मैंने सबसे पहले,
अ- अनार पढ़ा।
और बोलना चाह जब कुछ मैंने तो;
तो सबसे "माँ" कहा।
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दोस्त सुख में संघ जो खूब झूमे;
ओर दुख में दृढ़ता के साथ ,
जो संघ खड़ा रहे ।
कहाँ हर बात कोई घर कह पाये,
कैसे कोई बात जो दोस्त से छीपी रहे जाये;
दोस्त जो बिन कहे सब कुछ समझ जाये।
दोस्ती एक धर्म है, जो जातियों से बंधे न ;
दोस्त ओ जो गोरे-काले के भेद को समझे न ।
हो दोस्त एक नहीं अनेक हो ,
पर एक दोस्त कर्ण हो ;
जिसका धर्म दोस्ती ,
और जिंदगी जिसकी दोस्त हो।
#विजयपद्यसंग्रह४३
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मेरी सबसे अच्छी मित्र किताबें 📚 हैं;
परन्तु !
मुझे सबसे ज्यादा नफ़रत पढ़ने से है।
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मैं टूट सकता हूं! किन्तु मुड़ नहीं सकता।
🙏🏻अमर शहीद श्री देव सुमन🙏🏻-
चिनगारी जल गई है! आग भी लग जायेगी।
देख कुछ समय बाद तेरे शहर में बस राख रह जायेगी।-