फिर से जाग गया हैवान, फिर से जाग उठा शैतान,
तू भी जाग ऐ इंसान, देख घूर रहा कैसा शैतान,
आज तेरी बारी रहे, जूत्तमजूत्ता जारी रहे,
तू दुनिया पे भारी रहे, भारत मां तुझपे वारी रहे,
उठ, सर पर ले बांध कफन,
करले कातिल के प्राण हजम,
आज हो जाए पहचान, है कितना वो हमसे अनजान,
देख, समझ रहा कैसे बलवान, तू भी अब आंखें तान,
खाला फिर मौसी बने मौसी बने फिर खाला,
छीन ले उस दरिंदे के मुंह से उसका निवाला,
फिर से जाग.............................हैवान
आम आदमी आगे है आया, अब न लेंगे सियासी छाया,
किए तूने चूर जज़्बात अब होंगे कानून से लम्बे हाथ,
जय-जय बोलो भारत मात अब मंदिर मस्जिद है साथ,
फैली है जंगल की आग आ हो जाए अब दो-दो हाथ,
तेरे हलक् में हाथ अब डालेंगे घर में घुसकर हम मारेंगे,
गोरे अब तू छोड़ दे कूटनीति की आदत वरना न होगा वंशज तेरा जो तुझपे लिखे इबादत,
देख हंस रहा कैसा शैतान उठा हथियार ओ किसान,
देख दिखी हरी झंडी उतार दे दरिंदे की मुंडी,
इतिहास के खेतों पर दे टांग कोई परिंदा न अड़ाए टांग,
फिर से जाग उठा हैवान फिर से जाग गया शैतान,
तू भी जाग ऐ इंसान देख घूर रहा कैसा हैवान,
फिर से बन जाए पाकिस्तान हमारा प्यारा हिन्दोस्तान।- Vijeta Rathoure'नीर' 🍁
15 FEB 2019 AT 18:58