जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगाकुरेदते हो अब राख ए जुस्तजू क्या हैग़ालिब - Vijay
जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगाकुरेदते हो अब राख ए जुस्तजू क्या हैग़ालिब
- Vijay