नींद उड़ाई,
चैन लुटाया!
बेताब हुए,
होश गंवाया!
खुद को खोके,
तुम को पाया!
तुम जो मिले,
सुकून आया!
विलुप्त हुआ,
ग़म का साया!
मक़सदे जां,
हमने पाया!-
I'm spiritually inclined and remain absorb... read more
मिली सपनों की मंजिल,
कठिन मेहनत रंग लाई!
इस अनूठी कामयाबी पे,
तुम्हें लाख लाख बधाई!
मातपिता की दुआ फली,
फली बहनों की दुहाई!
यूँही आगे बढ़ते रहो तुम,
जीवन जियो हाई-फाई!
-
खाली हो जाओ थोड़ा,
यह मन बहुत भगोड़ा!
रब को पाया हमने तब,
जब मन भीतर मोड़ा!
खाली हो जाओ थोड़ा,
ताकि भर सको रब से!
तुमको तुमसे मिलना ,
जीना है रूहानी ढब से!-
या रब मेरी सांसों की सांस
मैं तुझ पे बलि बलि जाऊं!
झलक दिखाके छिप रहा,
विरहा में जलि जलि जाऊँ!
देखा जो तेरा रूप सुहाना,
तुझी में ढलि ढलि जाऊं!
जबसे तुझको अन्दर जाना,
तुझी को गलि गलि पाऊँ!
माया मुई पीछा नहीं छोड़े,
पुनि पुनि छलि छलि जाऊँ!
शुद्ध किया जाए ना मनवा,
शरम से गलि -गलि जाऊँ!
जब जब भी मैं भलि बनूँ,
दुनिया भलि -भलि पाऊँ!
राग न जानूँ, ताल न जानूँ,
नाचूँ औ' अलि अलि गाऊँ!-
।
आत्म-बल पर यकीं कर लो।
फिर दूर नहीं तुमसे मंजिल,
उठो, अपनी बाहों में भर लो।-
My mother and I are like,
GOD and HIS creation!
To bring peace in her life,
Should be my passion!-
ममता की मूरत हो तुम!
ईश्वर की सूरत हो तुम!
पंचतत्व में रूपायन हेतु
रूह की ज़रूरत हो तुम!-
!
जानो जो रब तो जानो वो हर कहीं!
मानो या जानो, सब हो या हो रब,
ठानो तो मिले न ठानो तो कुछ नहीं!-
!
जग के व्यर्थ खटराग से!
मिलेगी मुक्ति तुम्हें केवल,
अपनी आत्मा के जाग से!-