Vijay Lambole   (Vijay_Sir Lambole {सोच})
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I'm a tutor not a writer.
Insta id- motivationalcatlogs_vjsir, 5197vijay, #vijaylambolesir
Joined 29 October 2021


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12 HOURS AGO

अँधेरा गुनगुनाता है,
जुगनू भी झिलमिलाता है।
दो प्रेमियों का आपस में
मिलन हो जाता है।
पर जब आता है उजियारा,
वो प्रेमी कहीं खो जाता है।
प्रेमिका फिर उस अँधेरे की
राहें तकती रह जाती है।

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15 HOURS AGO

नज़रों से नज़रें मिलीं, तो दिल बेक़रार सा हुआ,
बाहों से बाहें मिलीं, तो प्यार और गहरा सा हुआ।
घर की चौखट पर कदम रखा तो सपना पूरा सा हुआ,
पर संग-संग जीते हुए, एहसास — ये मोहब्बत अब ज़िम्मेदारियों का सफ़र सा हुआ।

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7 SEP AT 23:39

“When the ocean dances in joy, the clouds join in delight, lifting its essence and pouring it tenderly over the earth.”

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7 SEP AT 23:27

सपना साझा कर लेते हैं,
जब दो दिल दिल से मिल जाते हैं।
राहें आसान हो जाती हैं,
ग़म भी मुस्कानों में ढल जाते हैं।

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6 SEP AT 12:17

हर बार की समझदारी ने
मुझे हारना सीखा दिया,
वो जीतते रहे हर दाँव पर,
और मैं चुपचाप हार गया।
सुना था—
"हार कर जीतने वाले को बाज़ीगर कहते हैं",
लेकिन आजकल इन्सानी जज़्बात
कवड़ी मोल बिकते हैं।
अब तो हारना मेरा मुक़द्दर बन गया,
मैं समझदार ही रहा…
और वो विजेता बन गया।

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5 SEP AT 21:33

मेरे प्यारे शिक्षक,
आपने जीवन को संवारा,
शिक्षा से हमें निखारा।
तिमिर से तेज़ तक की राह,
कठिन पथ पर थामे बाँह,
हर कदम बने सहारा,
डुबती नैया को दिया किनारा।
यही है हमारी सच्ची कामना,
आपके ऋण में रहें सदा,
और जीवन बने आपका बसेरा।

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5 SEP AT 18:45

माँ हमारी पहली गुरु,
पिता से जीवन यात्रा शुरू।
शिक्षक ने ज्ञान का दीप जलाया,
भाई-बहनों ने मार्ग दिखाया।
दुनिया ने सिखाई दुनियादारी,
दोस्तों ने दी बातें प्यारी।
इन सबने कष्ट सहे मेरे लिए।
जीवन को मेरे फूल-सा खिला दिए।
झुकता है सिर इन सबके आगे,
प्रणाम करूँ मैं बारंबार।
हे मेरे गुरुजनों, चरणों में,
आपके सजदा करूँ मैं हर बार।

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4 SEP AT 23:45

अचानक कुछ नहीं होता,
हर इम्तिहान देना पड़ता है।
हर मोड़ पर, हर बार,
खुद को साबित करना पड़ता है।
तभी तो दुनिया मानती है,
कि मैं ही हूँ सही हक़दार।

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4 SEP AT 23:38

अचानक कुछ नहीं होता
सांसें भी रूकने से पहले इशारा देती हैं।

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4 SEP AT 14:48

चलता जा तू,
पतझड़ की राहों में,
जीत का सफ़र।

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