तर्क आसमां को उड़ते है परिंदे ।
कभी न कभी आसमां को छू लेते है परिंदे ।।
वही परिंदे उड़ते है ऊँची उड़ान आसमां को,
जो बढ़ते है संग लिए छूने को कोशिश ए आसमां परिंदे ।।।-
Vijay Kumar Gore Aryan
(विजय कुमार गोरे "आर्यन")
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Joined 12 March 2017
25 AUG 2021 AT 9:32
24 AUG 2021 AT 23:10
हाथों में हाथ हो तेरा !
ज़िन्दगी भर साथ ख्यालात हो तेरा !
लाख आए तूफान ग़मो के तेरे मेरे दरमियाँ !
बस हर मोड़ पर एक साथ हो तेरा !!!-
24 AUG 2021 AT 22:58
उठ खड़ा हो अपने सपनों में रंग भरने के लिए,तेरी उम्मीद और हौसला ही तुझे जिताएँगे!
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24 AUG 2021 AT 0:17
खुशी कभी बड़ी या छोटी नही होती ,खुशी तो खुशी होती है जो हमारे अंतर्मन को एक नई खिलखिलाती ऊर्जा से ऊर्जावान बना जाती है।
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1 MAY 2018 AT 14:34
धूप और दुःख ये दोनों यही बताते है कि कुछ वक्त बाद गुजर जायेंगे।।।
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27 APR 2018 AT 9:44
" जिंदगी में खास मुकाम पाने के लिए कुछ करो न करो,पर पूरे मन से प्रयास जरूर करो। " -****
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23 APR 2018 AT 15:55
ए ज़िन्दगी तू भी कितनी खुशगवार है,पल में कुछ और पल में कुछ और हो जाती हो।।
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