पौधों और पत्तों को सिंचा मैने
फल कोई और ले गया ,
कड़कती धूप में फसल बोया मैने
काट कोई और ले गया ,
शराब ग्लास में डाला मैने ,
जाम कोई और ले गया ,
इश्क किया उसे पागलों सा मैने
सुनिए जी❤️ कहलाने का हक कोई और ले गया-
दिल में किसी और के रह कर ,
दिमाग किसी और का खराब करती हो ।
दिल किसी और का तोड़ कर ,
दिल किसी और से लगाती हो ।
शादी करूंगी तुमसे बोलकर ,
घर किसी और के साथ बसाती हो ,
ये इश्क मोहबत प्यार बयार की बातें सुनाकर ,
न जाने कितनों को फसाती हो ।
लड़की हो या जादूगरनी हो
ना जाने कितनों को कबूतर बनाती हो ।।-
तस्वीर किसी और की, दिल में कोई और,
बाहों में किसी और के रहते हो,
बताओ ये जो तुम्हें इश्क है,
ये बात कितनी दफा कितनो से कहते हो?-
मुक्कमल इश्क हो जाए अगर ,
तो उसी इश्क थोड़ी कहेंगे
सब कुछ अगर मिल जाए जिंदगी में ,
तो फिर उसी जिंदगी थोड़ी कहेंगे ।।-
बेहिसाब सा लाजवाब सा
इक ख्वाब सा
कुछ तो है तुमसे
नहीं पता क्या है ,
पर जो भी बहुत खास है तुमसे ।।-
हम तुम 💑 वो तुम हम 👩❤️👨है ।
जो जब चाहे तुम हम 👩❤️👨 को ,
और हम तुम 💑को कुछ भी कह सकते है ।।-
खरीद लूंगा इक दिन हर वो चीज ,
कहते है लोग जिससे खुशियां मिलती है ।।-
कभी कभी दो पल की खुशी में पूरी जिंदगी मिल जाती है ,
कभी कभी जिंदगी भर में भी दो पल की खुशी नहीं मिलती ।।-
मोहब्बत के मारे है हम ,
अब बस चांद सहारे है हम ,
इस दुनिया से तो जीते है ,
एक बंदी से हारे है हम ।।-
आधा ख्वाब , आधा इश्क ,
आधी सी है बंदगी ,
मेरे हो , पर मेरे नही ,
कैसी है ये जिंदगी ।-