कहना बहुत जरूरी है
चुप्पी बढ़ावा देती है
उनके गलत विचारों को
आचारों और व्यवहारों को
शांत सा मन उनसे ज्यादा
प्रहार कर सकती है
बतलाना बहुत जरूरी है
सहना गलत है
कहना बहुत जरूरी है.....-
अपने गमों को उर तल में दबाए रखना
होंठों पे मुस्कान रखना
अपने आंसुओं को खुशी के हैं बताते फिरना
होंठों पे मुस्कान रखना
उठ रहे सिसकियों को ठहाके में तब्दील करना
होंठों पे मुस्कान रखना
वजह है, हां वजह है
इस दोमुंहे और दोहरी ज़िंदगी की
गमों से भरी इस दुनियां में
हरकोई कोई न कोई गम की
पोटली संग ले के चलता है
खिलखिलाते चेहरे के पीछे रोता मुखौटा रखता है
हर किसीको मुस्कुराता चेहरा भाता है
वजह है, हां वजह है
कहीं तो किसी की खुशियों से
मेरे ग़म कम हो जाए..-
बंद कर आंखों को
लंबी गहरी सांसे ले
यादें सोएंगी नहीं कभी
वो जाएंगी नहीं कहीं
तू आराम कर ले....-
बंद कर आंखों को
लंबी गहरी सांसे ले
यादें सोएंगी नहीं कभी
वो जाएंगी नहीं कहीं
तू आराम कर ले....-
जिस दिन तुम्हारा ध्यान मुझसे हटने लगेगा
मैं स्वयं ही तुम्हारे जीवन से विदा लेकर चले जाऊंगी
क्योंकि प्रेम और महत्ता के लिए
प्रेमी से लड़ना व्यर्थ है....!-
भावनाओं को छिपाने वाले ज्यादा मजबूत कहे जाते हैं
"Emotionally strong"
पर ये भी सुना है
भावनाओं को व्यक्त करना बड़ा कठिन होता है
"संशय 🤔"-
उसकी मुस्कुराहट अब अनायास सी है
क्योंकि वो बेवजह खुद से यूंही मुस्कुरा लेती है
कोई रहा नहीं उसके मुस्कान के हिस्से में
या यूं कहें उसका मुस्कुराना अब जरूरी न रहा
किसी के किस्से में...........-
मुद्दा गंभीर है
उसके हंसी–खुशी, हाव–भाव को बड़ी गंभीरता से लिया जाता है...
क्योंकि वो रिश्तों नातों के लिए बड़ी गंभीर है.....-
लोगों ने अपने आस पास सिर्फ उनको रखा जो उनको प्रिय थे...
न कि उनको जो उनको प्रिय समझते थे.....-