💕दिल चाहता है दुनिया में सिर्फ प्यार ही प्यार हो , न हो दिलों में तकरार हर तरफ बस बहार ही बहार हो । भूल कर गिले शिकवे जिंदगी एक प्यार की गागर हो , महक हो सिर्फ इश्क़ की हर दिल इश्क़ से गुलजार हो 💕 वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़ Versha varshney poetess and writer
नाराज होकर भी दिल में तू ही रहा क्या ये मेरी नाराजगी की सजा नहीं बहता है तू ही आज भी मेरी रगों में कैसे कह दूँ कि तू मेरी इबादत नहीं वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़