27 JUN 2017 AT 6:18

दुनिया की नज़रों में प्यार कोई खेल ही होगा
जो आज इज़हार किआ और कल नकार दिया
जाने इस दुनिया के झूठे सच्चे रिवाज़ों के दायरों ने
कितने दिल मिट्टी किये और कितनों को सवाार दिया
जाति धर्म पैसा और कुंडली, ये सब प्यार को क्या जाने
इन सब को देख कर किआ तो क्या ही प्यार किआ
लेकिन हम सब को अक्सर चुप हो ही जाना पड़ा था
माँ बाप के लिए अपनी खुशियों को बेबस होकर मार दिया
बहुत से प्यार अधूरे रह गए होंगे, कितना तड़पे होंगे वो
उसने खुशियां छीन ली, जिसनेे ज़िन्दगी का उपहार दिया

- Veronica garg