मैं हैरान हूं कि तुम्हे इस बात की ख़बर न लगी
और ये ज़माना था जो मेरे इश्क के चर्चे करता रहा-
इस बात पे उसने मुझसे नफ़रत कर ली
मैंने बे इंतेहा उससे मुहब्बत कर ली
उसने कहा कि ये दुनियां हमारे खिलाफ़ है
इस बात पे मैंने दुनिया से बगावत कर ली-
कैसे सीने से लगाऊं के किसी और के हो
मेरे होते तो बताता की मुहब्बत क्या है
जौन एलिया-
कैसे सीने से लगाऊं के किसी और के हो
मेरे होते तो बताता की मुहब्बत क्या है
जौन एलिया-
मैंने उसे सुबह देखा, मैंने उसे शाम देखा
उसकी आंखो में मैने मेरे लिए एहतिराम देखा
वो दूर क्या हुआ है जबसे मेरी नज़रों से
फिर मैंने उसकी तस्वीरों को उम्र तमाम देखा-
न जाने कौन सी ज़ंजीर है उसकी आंखो में
जब भी उसे देखूं उसकी ओर खिंचा जाता हूं-
न जाने कौन सी ज़ंजीर है उसकी आंखो में
जब भी उसे देखूं उसकी ओर खिंचा जाता हूं-
जाने क्यूं दुनिया मुझे ज़िद्दी कहती है
मैं जो अपनी सबसे बड़ी ज़िद हार के बैठा हूं-
कभी तो ख़ुद से भी बातें कर लिया कर मुझसे
मैं हर रात उम्मीदों के तकिए पे सर रखकर सोता हूं-
सुनो! तुम मेरी सारी बुरी आदतें छुड़ा सकती हो क्या
ये दुनिया कहती है मैं बातें सिर्फ तुम्हारी मानता हूं-