VATSAL PATHAK   (वत्सल)
43 Followers · 50 Following

जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि
Joined 16 June 2019


जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि
Joined 16 June 2019
18 JAN 2022 AT 19:48

घर के भगवान से मांगने वाला आज उसे छोड़ मंदिर के भगवान से मांगने जाता है ....

-


15 JAN 2022 AT 23:25

आपका दिन अच्छा या बुरा इसका निर्धारण आप स्वयं करते है किसी दूसरे पर दोष डालने से पूर्व अपना अंतर्मन स्थिर करना सीखिए😌😌

-


15 JAN 2022 AT 16:09

पहले कुछ दोस्त बच जाते थे 02 टीम बनने के बाद
आज दोनो टीमे मिल कर 11 नही बन पाती

-


10 JAN 2022 AT 20:28

जितना तुझे लगता है उतना तू है नही
जरूरी

-


30 DEC 2021 AT 20:00

समंदर सा हूं जितनी नफरत डालोगे किनारे ही लगेंगी

-


17 DEC 2021 AT 22:23

लोग यहां आक्सीजन तक ज़रूरी नही समझते आपको क्या समझेंगे✍️

-


17 DEC 2021 AT 22:06

तकलीफों का पुल पार किया बिना मंजिले नहीं मिला करती

-


16 DEC 2021 AT 20:47

लोग अपने ईश्वर को तो मानते है लेकिन अपने ईश्वर "की" नही मानते

-


16 DEC 2021 AT 20:39

घड़ी डिटर्जेंट सी हो गई है जिंदगी लोग पहले इस्तेमाल करते है फिर विश्वास....

-


16 DEC 2021 AT 19:46

जीवन= दुःख
दुःख = पीड़ा
पीड़ा= सहनशीलता
सहनशीलता= कठोरता
कठोरता= तजुर्बा
तजुर्बा= जीवन जीने की कला

-


Fetching VATSAL PATHAK Quotes