A Grateful life would be much better than a Regretful one
-
ये सफ़र ही हैं जो मंजिलों से मिलाते हैं,
ये सफ़र ही हैं कहीं दूर ले जाते हैं,
ये सफ़र ही हैं जो आंख भरवाते हैं,
ये सफ़र ही है जो ज़िंदगी चलाते हैं।-
सूरज से तप को छीन लिया
अंबर से खग को छीन लिया
तारो से नभ को छीन लिया
मुझसे सबकुछ छीन लिया
शीतल सूर्य का राग हूं मैं
मौन गगन का साज़ हूं मैं
अंधकार सा आज हूं मैं
यातनाओं का जाल जहां
मूक चीख संदर्भ जहां
दीपक की लौ सा खड़ा वहां
-
बार बार तुम्हारी गलतियों को भूल
अपने आत्मसम्मान को मिला कर धूल
आगे बढ़ता हूं, इंतज़ार करता हूं
शायद एक दिन समझ आएगी
पर तब देर हो जाएगी
-
इतना प्यारा साथ था
कि आखें नम हैं
बोलना तो बहुत कुछ था
पर बोल कम हैं-
ज़रा देखो जाकर इतना शोर क्यों है,
अंधेरे से लिपटी चांदनी हर ओर क्यों है,
क्या इत्तेफ़ाक ही समझ लूं तेरा मिलना?
इत्तेफ़ाक ही सही, फिर मैं तुझसे तू मुझसे क्यों है?-
शुभ नवरात्रि
आज से नवरात्रि का पावन पर्व प्रारम्भ हो गया है, ये नौ रातें आपके जीवन को सकारात्मकता की ऊर्जा से भरदें। ये दिन प्रतीक हैं उन नौ दिनों के युद्ध के जिसमे माँ आदिशक्ति दुर्गा ने महिषासुर नामक दैत्य का संहार किया, उसी के प्रति स्वरूप दसवां दिन विजय दशमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का एक महत्व और भी है इसी दिन माँ दुर्गा के आशीष से श्री राम ने रावण का वध किया।-