Varun Upadhyay   (✍🏻शून्या)
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Joined 2 May 2017


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29 JAN 2022 AT 16:52

Love is like fine wine,
It has to be devoured sip by sip, with ease.
Only then does it get its real taste.— % &

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18 JAN 2022 AT 11:00

वस्ल की उम्मीद से कब किया था मैंने इश्क़,
विसाल आज की बात है, ये बात आज की नहीं।

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14 JAN 2022 AT 6:43

जैसे छोटी चप्पल पहनकर ज़्यादा दूरी तय नहीं की जा सकती,
वैसे ही छोटी सोच के साथ जिंदगी में चलना मुश्किल होता है,
इंसान महज़ बागी बना फिरता रहता है।

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9 JAN 2022 AT 8:53

यूँ ही कट रहा है जिंदगी का सफ़र
कुछ बारिशों के सहारे कुछ तुम्हारे

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6 JAN 2022 AT 22:54

मोहब्बत एक Continuous process है,
इसे निभाते रहना पड़ता है ❤️

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27 NOV 2021 AT 22:30

तुमने मेरे लिखे ख़त नहीं पढ़े,
ग़र पढ़े होते तो शायद पढ़ पाती कि कितनी बेताबी और हड़बड़ी में तुम्हें अपने शब्दों में पिरोया है।
कहीं-कहीं तो मेरे शब्द इतने उलझे-उलझे हैं, जितना कि तुम्हारे माथे पर लट, जो बेबाक हवा के एक झरोखे से अपने साथियों से जुदा होकर फिसलती हुई चली आई।
कभी-कभी तो मैंने बड़ी मुश्किल से थामा कलम को, ये तुम्हारे नाम को उजागर करने पर मचल गई। फिर इसे तुम्हारी ही तरह कुछ पुरानी कुछ नयी कहानियाँ सुना कर बढ़ी मुस्किल से मनाया।
तुमने वो ख़त नहीं पढ़े जिन्हें मैंने कभी एक हल्के नीले रंग की बिंदी से सजाया जो कि तुम्हारे गोरे चेहरे पर बहुत खिलती है। आह! वो कानो में क्या झूमते हुए झूमर जिनकी लंबाई तुम्हारी गर्दन को नापती हुई हवा में झूमती रहती थी। इस बात पर तुम आईने में खुद को देखकर मुस्करा देती थी।
अच्छा ही हुआ जो तुमने वो ख़त नहीं पढ़े, अगर पढ़े लिए होते तो हम दूर होकर भी साथ नहीं होते।

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27 NOV 2021 AT 1:48

बस्ती बस्ती भटकता फिरता है
वो कौन है जो मेरे भीतर से निकालता है
चंद रातें, बुझी शम्मे, मेरी यादों के किनारे
एक तू ही तो है, जो मेरे भीतर रहता है।

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13 NOV 2021 AT 23:34

वो भूल जाता है कि प्रेम सिर्फ़ मिलन नहीं, जुदाई भी है, और नए प्रेम का मिलना तय है।
प्रेम में ठगा व्यक्ति वास्तव में प्रेम से नहीं अपितु अपनी महत्वाकांक्षाओं से ठगा जाता है, जिन्हें वह अपने साथी से आशा की डोर में बाँध लेता है।

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8 OCT 2021 AT 22:51

एक अर्सा हुआ तुमको भूले हुए
एक अर्सा हुआ याद आए हुए

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17 SEP 2021 AT 1:39

Life is like a rubik's cube puzzle, as soon as you solve the puzzle, life shuffles it again

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