यह कैसी परीक्षा है!
जिसने दूरी बना दी
धर्म की परोपकार से
समाज की सरोकार से
युवाओं की रोजगार से
परिश्रम की सफलता से
युद्ध की विफलता से
मातृभूमि की जनता से
मातृत्व की ममता से
संस्कारों की महत्ता से
विरोधियों की समता से
स्त्री की सम्मान से
सत्य की विजय से
दुर्जन की पराजय से
यह कैसी परीक्षा है!
जो अंतर्मन को झंझोरती है,
परिणाम जिसका विनाश है।-
Writer by apprehension....
समझाओ इन मासूम नौजवानों को,
क्या इनका ये कोई नया रोज़गार है?
क्यूं कर रहे हैं यहां ये मिन्नतें इश्क़ की?
ये किस तरह का इनपे जुनून सवार है!-
"वक्त चाहिए"
"आजाद कर दो"
"जीने दो मुझे"
"दम घुट रहा"
आसान लफ्ज़ हैं
पर मुश्किल घड़ी
जा दिया अच्छा..
मगर ये सब तो
मेरे हिस्से में भी
बराबर आएगा
तेरे चले जाने से
तू तो खुश होगा
और मैं !!
कैसे कहूंगा झूठ?
कि तेरी खुशी में मेरी खुशी है ।-
जहां इश्क़ होता है
वहां बंदिशें भी कैद नहीं लगती
वो ज़रिया बन जाती हैं
इन बादलों के भी पार उड़ जाने की-
पहले मैंने मोहब्बत की
फिर निभाने का वादा किया
निभा तो आज भी रहा हूं
पर वो वादा पूरा करने में
गुम हो गई मेरी वो मोहब्बत-
शायद कुछ नादानियां उसमें आज भी बाकी है
किसी गैर का गुलाब क़िताब में छुपाना बाकी है
यहां ज़िंदा रह कर भी मेरा जलते रहना बाकी है
उसके सामने होकर उससे नज़रें चुराना बाकी है-
गलतियां माफ़ की जाती हैं
गलतियां सीख भी देती हैं
गलतियां सज़ा की वजह बनती हैं
गलतियां कई बार गुनाह भी होती हैं
गलतियां पल में ज़िंदगी बदल देती हैं-
यहां सबसे महंगी चीज़ है वफ़ा
सालों बीत जाते हैं यकीन दिलाने में
और सबसे सस्ती है यहां मोहब्बत
जिसे कौड़ियों जितनी कद्र भी नहीं मिलती-
🪶
नींद नहीं आती अब मुझे तुम्हारे इंतज़ार में
सो गया जिस दिन समझना थक चुका हूं मैं-
❣️
दूरियां तो बस बहाना है
रातें तो वैसे ही दुश्वार है
दिल फिर भी नहीं मानता
जब तुम मेरे पास होती हो-