तेरी हसी , तेरी अदा,
करदे मुझे बेसब्र यहां
छूलूं तुझे ,अपना बना लूं ,
है बस यही मेरी तम्माना
-
यह चेहरे की चमक यूँही नहीं बरकरार है
कुछ तो हाथ तेरी मोहब्बत का भी है ।-
ग़ैरों की मेहफील में कोई अपना मिल गया
जेसे मानो कोई सपना मिल गया
ग़ैरों की मेहफील में कोई अपना मिल गया
जेसे मानो कोई सपना मिल गया
दिल ने उत्तरने लगे थे
जिसे कोई जाम हो जेसे
दिल ने उत्तरने लगे थे
जिसे कोई जाम हो जेसे
मोहब्बत का नशा चढ़ने लगा था
मोहब्बत का नशा चढ़ने लगा था
लड़खड़ा ने लगे थे क़दम
शाम ढलते ढलते
लड़खड़ा ने लगे थे क़दम
शाम ढलते ढलते
वो देख हमें मुस्कुरा क्या दिए
वो देख हमें मुस्कुरा क्या दिए
मे गिर ही गया उनकी मोहब्बत में ।-
हालातों से समझौता कर लिया करता हूँ
हा में भी कभी तकिये पर रो लिया करता हूँ-
ना हे तो ना सही
हा हे तो क़बूल कर
सज़ा रखे हैं ख़्वाब कई
जिससे मुकम्मल हो
आनेवाला हर हंसिन पल-
तुम्हें सुनना अभी बाक़ी था
तुमसे कहना अभी बाक़ी था
बेवक्त दिल्लगी कर बेठे
दिल को छू चुके थे
बस दिल में उतरना बाक़ी था।-
यह वक़्त भी गुज़र जाएगा
यह कभी लोट कर फिर ना आएगा
सँभाला के खर्च कि जिएगा इसे
वरना जो अधूरा हे अधूरा ही रह जाएगा ।-
अब तो कलम भी नारा़ज रहने लगी हे
पहुँचा दो फिर कोई पैग़ाम आख़िर इसे भी तो मनाना हे ।-
प्यार करो तो इज़हार करो
इज़हार करके ऐतबार करो
ऐतबार करके आबाद करो
जो ना कर पाओ आबाद तो
इकरार करो इकरार करके फरियाद करो
और ना हो प्यार अगर तो,किसी का वक्त बरबाद ना करो|-