जिन हाथों को मुहब्बत थी पक्के रंगों से,
आज उन हाथों में ये कच्चा गुलाल क्यूँ है?
न जाने कितने सवालों से घेर रखा खुदको
पर आज मन में बस इक ही सवाल क्यूँ है?
न चेहरे पर मुस्कान थी, न चढ़ने की खुशी,
फिर इन रंगों को उतारने का मलाल क्यूँ है?
फिर इन रंगों को उतारने का मलाल क्यूँ है?-
" मेरी तन्हाइयों को रहने की जगह मिल गई... read more
फूल की तलाश में मैनें काटों से भी दोस्ती निभाई है
खराब रास्तों पर चलके भी मंजिल खूबसूरत पाई है
अब सही कहो या मुझे कहो गलत फर्क नही पड़ता,
सही-गलत की पहचान में मैनें कितनी ठोकर खाई है।
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मांझे में आब और पतंग अनेकों रंग की,
बस काटने की आरजू और मन में उमंग थी,
आज आसमां में उड़ रही ढेरों पतंग थी।
ये महज खेल था और खेल रहे थे सभी
पर खेलने से ज्यादा बस जीतने की जंग थी
जब माझे ने काट दी उड़ान जो पतंग की,
उछल पड़े सभी और खुशी की तरंग थी,
आज आसमां में उड़ रही ढेरों पतंग थी।
उन की उड़ान आज घोसलों में बंद थी,
जिनको आसमां की उड़ान कुछ ज्यादा ही पसंद थी,
आज परिंदों की दुनियां थोड़ी- सी तंग थी,
क्योंकि आसमां में उड़ रही आज ढेरों पतंग थी।
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किसी की खुशी, तोह किसी का गम है,
ये जनवरी अधूरी ख्वाईशों का मरहम है।
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happy birthday Shweta
खुशियों की बहार हर तरफ से आप को घेरे,
प्यारी मुस्कुराहट चेहरे पर दस्तक दे हर सबेरे।
खुदा मिटा दे आप की जिंदगी केह सारे अंधेरे,
चुरा ले जाए आपकी हर तकलीफ प्यारे लुटेरें।
आप आपके अपनों के हमेशा खिलते रहे चेहरे।
वाढदिवस की खूब–खूब शुभेच्छा हो दोस्त मेरे।
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❛❛ क्या बताऊं जब से घर को छोड़ा है,
मुझसे तोह त्यौहारों ने मुंह मोड़ा है। ❜❜
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गमों के मौसम में भी चेहरा मुस्कुराया है
अब खुदा ने ही मुझे कुछ ऐसा बनाया है,
कि जब भी मैंने किसी का मन दुखाया है
सबसे पहले मेरी आंख से आँसू आया है।
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❛❛ जितनी गहराई तक, पानी से भरा ये समंदर है,
उतने गहरे राज छुपे इस मुस्कुराहट के अंदर है। ❜❜
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❛❛ बस जोह मुझ को , मेरे मैं होने का हर लम्हा एहसास देती है
इक इंसानियत ही जिंदा मेरे अंदर जो हर पल सांस लेती है। ❜❜
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