फूल की तलाश में मैनें काटों से भी दोस्ती निभाई है खराब रास्तों पर चलके भी मंजिल खूबसूरत पाई है अब सही कहो या मुझे कहो गलत फर्क नही पड़ता, सही-गलत की पहचान में मैनें कितनी ठोकर खाई है।
मांझे में आब और पतंग अनेकों रंग की, बस काटने की आरजू और मन में उमंग थी, आज आसमां में उड़ रही ढेरों पतंग थी। ये महज खेल था और खेल रहे थे सभी पर खेलने से ज्यादा बस जीतने की जंग थी जब माझे ने काट दी उड़ान जो पतंग की, उछल पड़े सभी और खुशी की तरंग थी, आज आसमां में उड़ रही ढेरों पतंग थी। उन की उड़ान आज घोसलों में बंद थी, जिनको आसमां की उड़ान कुछ ज्यादा ही पसंद थी, आज परिंदों की दुनियां थोड़ी- सी तंग थी, क्योंकि आसमां में उड़ रही आज ढेरों पतंग थी।
खुशियों की बहार हर तरफ से आप को घेरे, प्यारी मुस्कुराहट चेहरे पर दस्तक दे हर सबेरे। खुदा मिटा दे आप की जिंदगी केह सारे अंधेरे, चुरा ले जाए आपकी हर तकलीफ प्यारे लुटेरें। आप आपके अपनों के हमेशा खिलते रहे चेहरे। वाढदिवस की खूब–खूब शुभेच्छा हो दोस्त मेरे।